भारत-बांग्लादेश सीमा पर फेंसेडिल की तस्करी कर रहे किशोर की पद्मा नदी में डूबने से मौत

Forces Kolkata

कोलकाता : बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास भारत से बांग्लादेश में फेंसेडिल कफ सिरप की खेप को पद्मा नदी के रास्ते सीमा पार कराने की कोशिश कर रहे 14 वर्षीय एक किशोर को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। नदी में डूबने से उसकी मौत हो गई। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार शाम बताया कि यह घटना बल के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत मुर्शिदाबाद में सीमा से सटे गांव ककमारीचर में घटित हुई। घटना सोमवार की है। काफी तलाशी के बाद मंगलवार को नदी से किशोर का शव बरामद किया गया।

मृतक किशोर की पहचान रिपन शेख, पुत्र- चंदू शेख के रूप में हुई है। अधिकारी के अनुसार, किशोर के शव से लिपटी जैकेट से भारी संख्या में यानी 95 फेंसेडिल की बोतलें बरामद हुईं।बीएसएफ सूत्रों के अनुसार, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के संरक्षण में जिले में फेंसेडिल तस्करी का धंधा फल फूल रहा है, जिसमें किशोर की जान गई है।

बताया गया कि सागरपाड़ा थाना अंतर्गत सीमावर्ती गांव ककमारीचर में सक्रिय तस्कर हजरत शेख, पुत्र मंसूर शेख और टोनी उर्फ कालू, जिसे तृणमूल के स्थानीय गुंडों का सरंक्षण प्राप्त है, ने पैसों का लालच देकर रिपन शेख सहित गांव के पांच बच्चों को बुलाकर फेंसेडिल की बोतलें लेकर घने कोहरे में पद्मा नदी के रास्ते तैर कर उस पार (बांग्लादेश) जाने का कहा।

आरोप है कि तस्करों ने फेंसेडिल बोतलों के बंडलों को बच्चों के पीठ पर बांध दिया। इसमें से तीन किशोर पद्मा नदी पार कर बांग्लादेश में फेंसेडिल बोतलें पहुंचाने में सफल रहे, लेकिन नदी के तेज बहाव के कारण रिपन शेख डूब गया तथा उसकी मौत हो गई।

इसके बाद रिपन के कुछ साथी ने वापस गांव लौटकर पूरी आपबीती रिपन के स्वजनों को बताई।इसकी सूचना मिलते ही बीएसएफ, सागरपारा थाना पुलिस व बीएमजी ने मिलकर पद्मा नदी में सघन तलाशी अभियान चलाया तथा मंगलवार सुबह लगभग 10 बजे रिपन शेख का शव बरामद किया। बीएसएफ के अनुसार, संभवतः नदी के तेज बहाव व फेंसेडिल से भरे जैकेट में पानी भरने से उक्त किशोर की नदी में डूबने से मृत्यु हो गई।

बताया गया कि मृतक रिपन के भाई के द्वारा तस्करों का नाम लेने के बावजूद तृणमूल नेताओं संरक्षण के कारण उसके विरुद्ध कार्यवाही नही हो रही है। पैसे का लालच देकर गरीब नव युवकों का सहारा ले रहे तस्कर

बीएसएफ सूत्रों के अनुसार तृणमूल द्वारा सरंक्षण प्राप्त ड्रग तस्कर सीमा पार तस्करी को अंजाम देने के लिए गरीब नव युवकों, बच्चों का सहारा ले रहे हैं। वो इन बच्चों को चंद पैसों का लालच देकर तस्करी करवाते हैं। बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि सीमावर्ती लोगों को जागरुक होने की जरूरत है तथा आग्रह किया कि वो तस्करी का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा में लौट आएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *