कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को अजीबोगरीब हालात बन गए। राज्य में भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों को लेकर भाजपा ने पहले परिचर्चा और बाद में मूलत्वी प्रस्ताव दिया जिसे स्वीकार नहीं किया गया। इसके बाद नारेबाजी करते हुए भाजपा विधायकों ने वॉकआउट किया।
इसके तुरंत बाद विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी भी वाकआउट कर गए और उनके पीछे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने भी सदन से वाकआउट किया जो सदन के इतिहास में पहली बार है। गुरुवार को जैसे ही विधानसभा सत्र की शुरुआत हुई तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के नाम पर बने विशेष बैनर को दिखाना शुरू कर दिया।
इसके बाद भाजपा विधायकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी है और सदन में भ्रष्टाचार को लेकर मुल्तवी प्रस्ताव लाया। हालांकि इसे स्वीकार नहीं किया गया जिसके बाद भाजपा विधायकों ने जमकर नारेबाजी की और वेल में उतर कर विरोध प्रदर्शन करने लगे। इसकी वजह से काफी जोरदार हंगामा होने लगा था। थोड़ी देर बाद विधायकों ने वॉकआउट किया जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष भी बाहर निकल गए।
जब तृणमूल के विधायकों ने सदन को छोड़ा तब मीडिया कर्मियों ने सवाल पूछना शुरू कर दिया। इसपर मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल विधायकों ने वॉकआउट नहीं किया है बल्कि विधानसभा अध्यक्ष कक्ष में मौजूद नहीं थे इसलिए वे भी बाहर चले गए हैं।