कोर्ट ने मंत्री को दो दिनों की ईडी हिरासत में भेजा, लेकिन सीने में दर्द के बाद अस्पताल में भर्ती
पार्थ की करीबी अर्पिता भी गिरफ्तार, आज कोर्ट में पेशी
अर्पिता के फ्लैट से मिले 21.20 करोड़ नकद सह विदेशी मुद्रा, ज्वैलरी व जमीन के कागजात जब्त
पार्थ का पूर्व निजी सहायक भी गिरफ्तार
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य के उद्योग व वाणिज्य मंत्री पार्थ चटर्जी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, बेचैनी की शिकायत के बाद शाम को पार्थ चटर्जी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनको कई स्वास्थ्य समस्याएं हैं। अदालत द्वारा दो दिन की ईडी हिरासत में भेजे जाने के कुछ घंटे बाद उन्हें सरकारी एसएसकेएम अस्पताल की आईसीसीयू में भर्ती कराया गया। अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के महासचिव की ईसीजी सहित कई जांच की गईं। इस समय उनकी हालत स्थिर है। विभिन्न परीक्षण किए गए हैं और डॉक्टरों की एक टीम उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है। अस्पताल के कैबिन के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि करीब 27 घंटे की पूछताछ के बाद शनिवार की सुबह पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया गया। बताया गया है कि जब यह घोटाला हुआ था उस समय चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे। पार्थ चटर्जी ईडी अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं कर रहे थे जो उनसे शुक्रवार की सुबह से पूछताछ कर रहे थे। इस बीच, ईडी ने पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को भी गिरफ्तार कर लिया। उसके फ्लैट से बरामद 21.20 करोड़ के नोटों की गिनती समाप्त होने और लगातार पूछताछ के बाद ईडी ने शनिवार की शाम 6.20 बजे अर्पिता को गिरफ्तार कर लिया। मेडिकल जांच के लिए उसे जोका स्थित ईएसआई अस्पताल में ले जाया गया। इसके बाद, तीन घंटे मेडिकल जांच के बाद उन्हें साल्टलेक स्थित सीजीओ कॉम्पलेक्स ले जाया गया। इधर, इस दिन, ईडी ने पार्थ चटर्जी के पूर्व निजी सहायक सुकांत आचार्य को भी अपने हिरासत में ले लिया है।
पार्थ और अर्पिता में सीधे संबंध, ईडी का दावा ईडी का दावा है कि 14 ठिकानों पर तलाशी ली गई, जिनमें अर्पिता मुखर्जी का आवास भी शामिल था। अर्पिता के फ्लैट से बरामद दस्तावेज पार्थ चटर्जी ओर अर्पिता के बीच सीधे संबंध और पैसे के लेन-देन को दर्शाता है। दूसरी तरफ, पार्थ चटर्जी के वकील ने कहा कि मेरे मुवक्किल के आवास से कोई पैसा बरामद नहीं हुआ और न ही उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कोई विशेष अनुमति ली गई। वे एक लोक सेवक हैं। जांच के सिलसिले में जब भी उन्हें बुलाया गया, वे एजेंसी के समक्ष पेश हुए, इस बार समन नहीं आया।
ममता से नहीं हो सका संपर्क : पार्थ इस दिन, गिरफ्तारी के बाद, कोर्ट में पेशी से पहले पार्थ चटर्जी को जोका स्थित ईएसआई अस्पताल ले जाया गया और उनकी चिकित्सकीय जांच की गई। पार्थ जब अस्पताल से बाहर आ रहे थे, तब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से संपर्क करने की कोशिश की। इसके जवाब में, मंत्री पार्थ ने कहा कि मैंने कोशिश की थी, लेकिन मेरा (उनसे) संपर्क नहीं हो सका।
दो दिन के ईडी रिमांड पर इधर, मेडिकल जांच के बाद, ईडी अधिकारियों ने पार्थ चटर्जी को बैंकशाल अदालत में पेश किया। न्यायाधीश ने पार्थ चटर्जी को दो दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया। धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत ने मामले की सुनवाई नहीं की, क्योंकि शनिवार को बंद थी।