मेदिनीपुर/कोलकाता: पूर्व मेदिनीपुर जिले के हल्दिया में स्थित इंडियन ऑयल कार्पोरेशन की रिफाइनरी में मंगलवार को भीषण आग लग गई। जानकारी के अनुसार, इस अग्निकांड में 44 लोग झुलस गए, जिसमें से तीन की मौत हो गई है। हादसे में घायल बाकी 41 लोगों का इलाज चल रहा है, जिसमें से कई की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। इंडियन ऑयल ने भी इस हादसे पर बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है।
पुलिस के अनुसार, घायलों में से 16 लोगों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर इलाज के लिए कोलकाता लाया गया है। इंडियन आयल की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि यह हादसा दोपहर करीब 2.50 बजे हुआ। रिफाइनरी में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया था और इसके बाद एक प्लांट के एमएसक्यू यूनिट में शटडाउन का काम चल रहा था। इसी दौरान, अचानक जोरदार धमाका हुआ और भीषण आग लग गई। आग पर काबू पा लिया गया है और स्थिति अब नियंत्रण में है।
बयान में बताया गया कि आग में कुल 44 लोग झुलस गए और इसमें से तीन लोगों ने दुर्भाग्य से दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि बुरी तरह झुलसने के कारण तीनों की मौत हुई है। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत हल्दिया रिफाइनरी अस्पताल में पहुंचाया गया। वहीं, गंभीर रूप से घायल लोगों को जिला प्रशासन की मदद से कोलकाता लाया गया है और इसके लिए ग्रीन कारिडोर बनाया गया, ताकि जल्द से जल्द उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके। धमाके वाली जगह को पूरी तरह से खाली करा लिया गया है। हालांकि, अब तक इस ब्लास्ट व आग के कारणों का पता नहीं चल सका है। इंडियन ऑयल का कहना है कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और अधिकारी इसके कारणों की जांच कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जताया शोक इधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि घायलों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जल्द से जल्द कोलकाता पहुंचाया गया, ताकि उनकी बेहतर चिकित्सा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार घायलों को हरसंभव मदद देगी।
केंद्र ने जताया दुख, दिये जांच के आदेश दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया। साथ ही, कहा कि दुर्घटना की जांच के आदेश दिये गये हैं। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि घायलों को बेहतर इलाज के लिए तत्काल कोलकाता ले जाया गया। इसके लिए बाकायदा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। मंत्री ने कहा कि मृतकों के परिजनों को मुआवजा और घायलों को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा की व्यवस्था केंद्र सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि विस्तृत जांच के आदेश दे दिये गये हैं, ताकि पता चल सके कि दुर्घटना किन कारणों से हुई।