मेदिनीपुर/कोलकाता: हल्दिया रिफाइनरी के अधिकारियों ने मृत श्रमिकों के परिवारों को दस-दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने पर सहमति जताई है। यह बात राज्य मंत्री व तमलुक के विधायक सौमेन महापात्र ने बुधवार की दोपहर अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कही। मंत्री ने कहा कि मैंने अधिकारियों से बात की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बात की हैं। उसके बाद, कुल 10 लाख रुपये में मुआवजा देने में सहमति जताई है, जिसमें रिफाइनरी अधिकारी 5 लाख रुपये और ठेका कंपनी 5 लाख रुपये देंगे।
जांच के लिए दिल्ली से हल्दिया पहुंची उच्चस्तरीय आईओसी टीम इस दिन, मजदूर संघ ने मृतक श्रमिकों के परिवार के सदस्यों को हल्दिया रिफाइनरी में रोजगार देने की मांग पर प्रदर्शन किया। तृणमूल के श्रमिक संगठन की ओर से कंपनी के मुख्य द्वार के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया। जब उन्होंने हल्दिया के अधिकारियों से मिलने की कोशिश की तो सुरक्षा गार्डों ने उन्हें रोक दिया। इसलिए, उन्होंने गेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया।
राज्य के मंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक प्रदर्शनकारियों ने कंपनी से हल्दिया रिफाइनरी में आग लगने से मारे गए तीन श्रमिकों के परिवारों को 25 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने की मांग की। साथ ही, परिवार के एक सदस्य को आईओसी में स्थायी नौकरी देने की भी मांग की। इसके अलावा, मृतकों के बच्चों को पढ़ाने का खर्च भी संस्था को वहन करना होगा। इधर, इंडियन ऑयल कारपोरेशन (आइओसी) की एक उच्चस्तरीय टीम बुधवार को दिल्ली से हल्दिया पहुंची। यह टीम मंगलवार को रिफाइनरी में भीषण आग लगने के कारणों की जांच करेगी।