कोलकाता: बड़ाबाजार यंग बॉयज कल्ब दुर्गापुजा कमेटी के सदस्य हमेशा से ही सामाजिक मुद्दों को अपने पूजा मंडप में थीम के माध्यम से बनाने का प्रयास करती है। इस साल भी यहां ‘मयूरपंखी नौका’ थीम पर पूजा मंडप का निर्माण हो रहा है।

जब भी पश्चिम बंगाल में पूजा पंडालों को थीम में ढ़ालने की बात आती है, तो हर साल यहां आयोजित होने वाले दुर्गापूजा का त्योहार रचनात्मक और कला के मामले में सबसे अच्छा प्रदर्शन करता है।

बड़ाबाजार यंग बॉयज क्लब इस साल 53वें साल में पूजा का आयोजन कर रहा है। यह पूजा मंडप सेंट्रल कोलकाता में स्थित तारा चंद्र दत्ता स्ट्रीट के पास स्थित है, जो सेंट्रल एवेन्यू को रवींद्र सरणी से जोड़ती है। यह उत्सव स्थानीय लोगों में भी काफी लोकप्रिय है।

पत्रकारों से बात करते हुए कमेटी के मुख्य आयोजक राकेश सिंह ने कहा, इस साल यंग बॉयज क्लब की तरफ से तैयार किए जा रहे दुर्गापुजा पंडाल को होगाल के पत्तों, पाठकाटी और सूखें मेवे से मयूरपंखी नौका को आकार देने की कोशिश की गई है। पांच दिन तक चलने वाले दुर्गापुजा उत्सव को इंजजार काफी बेसब्री से लोग करते है।

कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते गत दो साल के बाद सिटी ऑफ जॉय के इस प्रमुख देश के सबसे ब़ड़े त्योहारों में से एक को एक बार फिर से काफी उत्साह के साथ आयोजित करने खुशी हो रही है।

यंग बॉयज क्लब के युवा अध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कहा, इस पंडाल में हस्तशिल्प कला की कई अनोखी और विलुप्त होती झलकियों को दिखाने की कोशिश की गई है।

पंडाल के अंदर दर्शनार्थियों को नवदुर्गा के कई मनमोहक अवशेष भी देखने को मिलेंगे। हमने अपनी पिछली पूजाओं में की प्रमुख पेशेवर कलाकारों के साथ-साथ ग्रामीण कलाकारों को भी शामिल किया था। जिसके हमने देखा कि ग्रामीण कलाकारों और कारीगरों में जमीन पर प्रदर्शन करने की असाधरण क्षमता है।
