कोलकाता: कोलकाता फिल्म फेस्टिवल में दिखाए गए ‘लकड़बग्घा’ फिल्म के प्रीमियर में प्रमुख किरदार अंशुमन झा, रिद्धि डोगरा के साथ निर्देशक विक्टर मुखर्जी और फिल्म के संगीतकार सिमोन फ्रांस्वेट शामिल हुए।
यह फिल्म कोलकाता के हरतकी बागान में रहने वाले एक कूरियर बॉय की कहानी है, जो कोलकाता में अब पूरी तरह से सेट है। वह ‘क्राव-मगा’ (इज़राइली मार्शल आर्ट्स फॉर्म) का शिक्षक है और भारतीय देशी कुत्तों के प्रति उसका प्यार और उनके प्रति अपनापन उसे एक विशाल पशु व्यापार के बारे में पता लगाने के लिए भीतर ही भीतर प्रेरित करता है।
रवींद्रनाथ टैगोर की *”पुरानो सेई”* गीत को फ्रेंकेट द्वारा फिर से संगीतबद्ध किया गया है, जिस गीत को इस फिल्म के लिए श्रुति पाठक ने गाया है। इस फिल्म में कोलकाता के दर्शकों को टैगोर क्लासिक फर्स्ट के 21वीं सदी का संस्करण सुनने को मिलेगा।
अंशुमान कहते हैं, ‘जहां मन बिना डर के हो और अपना सिर ऊंचा हो’ इस फिल्म के लिए स्क्रिप्ट चुनते समय यही मेरा उद्देश्य था। हमारा प्रयास सचेत रूप से इन क्लासिक्स को लोगों के सामने फिर से नए रूप व कलेवर में लाना है, जो हमारे अविश्वसनीय देश की समृद्ध परंपरा है। टैगोर और उनके शब्दों ने मुझे बचपन से ही प्रेरित किया है।
21वीं सदी में युवा पीढ़ी के लिए टैगोर की सांस्कृतिक और साहित्यिक प्रतिभा को किसी तरह से सुलभ बनाने के लिए कलाकारों के रूप में ‘पुरानो सेई’ को फिर से देखना हमारी ओर से एक छोटा सा प्रयास है। इस फिल्म में श्रुति पाठक ने अपनी सुरों की मोहक आवाज को बिखेर कर इसमें जादू भर दिया है ।
फर्स्ट राय फिल्म्स द्वारा निर्मित इस फिल्म को न्यूयॉर्क 2022 में एचबीओ साउथ एशियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन के लिए भी आधिकारिक रूप से चुना गया है।
भारतीय स्ट्रीट कुत्तों के बारे में यह कथा सच में एक लकड़बग्घे की याद दिलाएगी। इसके पहले इस फिल्म की अंतिम रिलीज एलजीबीटीक्यू+ थीम पर आधारित ‘हम भी अकेले, तुम भी अकेले’ थी, यह फिल्म 2023 में बड़े पर्दे पर दशकों के बीच प्रदर्शित होने के लिए पूरी तरह से अब तैयार है।