अपोलो मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल्स लाया “द विंची एक्सआई रोबोट”

Kolkata

कोलकाता : तकनीकी विकास में हमेशा आगे रहते हुए अपोलो मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल्स कोलकाता पूर्वी भारत में पहली बार द विंची एक्सआई रोबोट लेकर आया है। एक दशक पहले द विंची एक्सआई रोबोट लाने वाला पूर्वी भारत का पहला अस्पताल होने की वजह से अब यह नवीनतम तकनीक के साथ एक कदम आगे बढ़ गया है।



    एक्सआई रोबोट गाइनेकोलॉजी, यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और अन्य बीमारियों में सर्जनों की सहायता कर सकता है। यह रोबोट पेट के निचले हिस्से में उन जगहों तक पहुँचने में मदद करता है, जहां हांथों का पहुंचना मुश्किल होता है।

    द विंची एक्सआई रोबोट सर्जनों को बेहतर दृश्यता और निपुणता के साथ छोटे चीरा के साथ सर्जरी (मिनिमली इनवेसिव सर्जरी) करने में सहायता करता है, जिससे सटीक इलाज के साथ रोगी की बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।

    सर्जिकल प्रक्रिया से पहले यह रोगी के शरीर पर डॉकिंग मशीन में कम समय के साथ सटीकता के उच्च स्तर को बनाए रखता है। इसकी सहायता से मरीजों को ऑपेरशन के छोटे निशान, कम से कम खून का स्त्राव के साथ ही तेजी से स्वस्थ होने में मदद मिलती है।

    इस बारे में अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप के सीईओ-पूर्वी क्षेत्र श्री राणा दासगुप्ता ने कहा कि  ”पूर्वी भारत में सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं में से एक होने के नाते हमारा ध्यान हमेशा अपने रोगियों के लिए नवीनतम तकनीकों को सुनिश्चित करने पर केंद्रित होता है। यह हमारे सभी मरीजों के इलाज को आसान बनाने की दिशा में एक और प्रयास है।”

    इस अवसर पर उपस्थित अपोलो मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल्स कोलकाता के डीएमएस डॉ. सुरिंदर सिंह भाटिया ने कहा कि ”रोबोटिक सर्जरी छोटे चीर के साथ सर्जरी (मिनिमली इनवेसिव सर्जरी) की अगली पीढ़ी है।

    सर्जिकल रोबोट कई छोटे चीरे के साथ सर्जरी के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं क्योंकि यह एक छोटे सर्जिकल क्षेत्र में जहां मानव द्वारा पहुंचना असंभव होता है उस हिस्से में सर्जिकल उपकरणों के सटीक मूवमेंट में मदद करता है। द विंची एक्सआई रोबोट सर्जनों को ऑपरेशन करने में मदद करने के साथ-साथ मरीजों की सुरक्षा और जल्द से जल्द स्वस्थ होने में सहायक है।

    रोबोटिक सर्जरी की पूरी प्रक्रिया में डॉक्टर कंसोल पर बैठा होता है और मॉनिटर सर्जिकल क्षेत्र को प्रदर्शित करता है और रोबोटिक हथेलियों के माध्यम से ऑपरेशन के लिए डॉक्टर को मदद मिलती है। इसके एक हथेली में एक उच्च आवर्धन (हाई मैग्नीफिकेशन) 3डी कैमरा रहता है, जिसे एक छोटे से छेद के माध्यम से पेट में डाला जाता है और सर्जिकल साइट का एक उच्च-परिभाषा, आवर्धित (मैग्नीफाइड) (12×), 3-डी दृश्य प्रदर्शित होता है। अन्य यांत्रिक भुजाओं में सर्जिकल उपकरण लगे होते हैं जिन्हें मानव हाथों और कलाई की गति की नकल करने के लिए डिजाइन किया गया है।

    रोबोटिक सर्जरी का सबसे प्राथमिक लाभ मामूली चीरा है और इसलिए इसमें बहुत कम जटिलताओं के साथ तेजी से रिकवरी होती है। इसमें कम दर्द और कम संक्रमण या फिर इसकी कोई संभावना नहीं रहती। इसमें छोटा चीरा, अस्पताल में कम रहने और जल्दी ठीक होकर सामान्य जीवन में वापस लौटने में सहायता मिलती है।

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