कोलकाता : 1993 में 21 जुलाई को लोकतांत्रिक अधिकारों की मांग पर सचिवालय घेराव करने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में से 13 की पुलिस फायरिंग में मौत को लेकर वर्ष 2011 से सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस हर साल शहीद दिवस कार्यक्रम का आयोजन करती है। मुख्य वक्ता के तौर पर ममता बनर्जी के संबोधन को सुनने के लिए राज्य भर से लाखों कार्यकर्ता आते हैं।
इस बार भी ढाई लाख से अधिक कार्यकर्ताओं के आने का दावा पार्टी की ओर से किया जा रहा है। इधर कोलकाता पुलिस ने सम्मेलन की सुरक्षा के लिए स्वतंत्रता दिवस से भी कड़ी व्यवस्था की गई है। कोलकाता पुलिस मुख्यालय की ओर से बताया गया है कि 21 जुलाई के कार्यक्रम की सुरक्षा के लिए कम से कम पांच हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी।
धर्मतल्ला जहां यह कार्यक्रम होना है उसके चारों ओर पुलिस सुरक्षा का एक अभेद किला तैयार किया जाएगा जिसमें कोई भी संदिग्ध प्रवेश नहीं कर पाएगा। अथवा किसी अनहोनी की स्थिति में पुलिस तत्काल रिस्पांस कर पाएगी। बताया गया है कि स्टेट्समैन हाउस के ठीक सामने जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का संबोधन होना है उसके आसपास की 20 इमारतों की छतों से विशेष तौर पर प्रशिक्षित स्नाइपर्स और कमांडो निगरानी करेंगे।
कार्यक्रम स्थल के पास 98 एंबुलेंस की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा पुलिस ने “मे आई हेल्प यू” बूथ तैयार किया है। ऐसे 48 बूथ तैयार किए गए हैं। आपातकालीन स्थिति में तुरंत रिस्पांस करने के लिए क्विक रिस्पांस टीम की तैनाती की जा रही है। तृणमूल कांग्रेस की ओर से बताया गया है कि साल्ट लेक करुणामई में स्थित सेंट्रल पार्क में उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार, दिनाजपुर और मालदा से आने वाले 30 हजार कार्यकर्ताओं के रहने खाने की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा दक्षिण कोलकाता के कसबा में स्थित गीतांजलि स्टेडियम में भी कमोबेश इतने ही कार्यकर्ताओं के रहने खाने की व्यवस्था की गई है। जाहिर सी बात है इतनी अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं के आने से मेट्रो रेलवे में भी भीड़ होगी जिसकी वजह से यहां भी सुरक्षा की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।
कोलकाता पुलिस सूत्रों ने बताया है कि कोलकाता के 24 मेट्रो रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा सके। इसके अलावा सियालदह और हावड़ा स्टेशन पर भी विशेष तौर पर निगरानी हो रही है। कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार में भी ट्रैफिक के सभी कैमरों की केंद्रीय मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है जिसमें चौबिसों घंटे पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।