कोलकाता : भगवान भोलेनाथ के अनन्य भक्त महाकवि विद्यापति के अवसान दिवस पर उनकी स्मृति में मिथिला विकास परिषद एवं मिथिला महिला मंच के तत्वावधान में रविवार को कोलकाता में भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गई। गिरीश पार्क से भूतनाथ मंदिर तक निकली इस विशाल कलश यात्रा में सैकड़ों महिलाओं सहित सभी वर्ग के लोगों ने बढ़- चढ़ कर भाग लिया।
मिथिला विकास परिषद के अध्यक्ष अशोक झा, स्थानीय पार्षद राजेश सिन्हा एवं महेश शर्मा, मनोज परासर ने कलश यात्रा को रवाना किया। आगंतुक अतिथियों को मिथिला की पहचान पाग पहना कर स्वागत किया गया। मिथिला महिला मंच की अध्यक्ष शैल झा एवं रूपा चौधरी की अगुआई में कलश यात्रा गिरीश पार्क से प्रस्थान कर वृहत्तर बड़ाबाजार के विभिन्न पथों का परिभ्रमन करते हुए नीमतल्ला घाट स्ट्रीट स्थित बाबा भूतनाथ मंदिर पहुंचा।
यहां भोलेनाथ का जलाभिषेक किया गया। शोभा यात्रा के दौरान विभिन्न गाडिय़ों में शिव, पार्वती, गणेश, राम, सीता, हनुमान, विद्यापति के रूप में सजे-धजे रूप को देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए। रास्ते में जगह-जगह लोगों ने कलश यात्रा का स्वागत किया।इसे देखने के लिए जगह- जगह उमड़े लोगों ने भक्ति भाव से इसपर पुष्प भी बरसाए।
जयकारों से संपूर्ण वातावरण हुआ मिथिलामय
कलश यात्रा के दौरान महिलाओं द्वारा प्रस्तुत नचारी सहित विद्यापति रचित गीतों की प्रस्तुति और ओम नम: शिवाय व विद्यापति अमर रहे के जयकारों से संपूर्ण वातावरण शिवमय व मिथिलामय हो गया। भूतनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी गणेश ठाकुर के पुरोहित्व में शिव स्तोत्र पाठ के संग मिथिला पद्धति से कलश यात्रा में शामिल शिव भक्तों को पूजा अर्चना एवं आरती कराया गया।
मिथिला कविपति विद्यापति जैसे महापुरुषों का केंद्र बिंदु
इस मौके पर परिषद के अध्यक्ष अशोक झा ने कहा कि मैथिली भारत की प्राचीनतम भाषा है एवं मिथिला ने कविपति विद्यापति, सीता, जनक यज्ञवल्यक जैसे अनेको साहित्यिक, सामाजिक, सांस्कृतिक महापुरुषों का केंद्र बिंदु रहा है। विदित हो कि ऐसी मान्यता है कि महाकवि विद्यापति की रचनाओं और उनके भक्ति भाव को देख कर देवों के देव महादेव खुद नौकर बनकर उगना के रूप में कवि कोकिल विद्यापति की सेवा में लीन हो गए थे।
कलश यात्रा के दौरान रघुनाथ चौधरी, पवन ठाकुर, राकेश झा, अशोक झा (2), रमेश झा, पोषणजीत सिंह, डोली ठाकुर,
शक्ति सिन्हा, हरि नारायण राय, प्रमोद राय, लालू झा, पप्पू झा, विकास झा, महेंद्र झा, सुरजीत सिंह, तेतरी मंडल, ममता झा,महेश मिश्रा, इंद्र कांत झा, गौरी शंकर मिश्रा, भवनाथ झा सहित बंगवासी मैथिली उन्नयन समिति के मोहन झा (पत्रकार), अखिलेश्वर झा व अन्य उपस्थित थे।