कोलकाता: उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में दुष्कर्म मामले में लापरवाही बरतते हुए कोई कार्यवाही नहीं करने के कारण बारासात महिला पुलिस थाने की आईसी को क्लोज किया गया है। दरअसल, 26 अगस्त को बारासात महिला पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत सात लोगों के खिलाफ दर्ज करवाई गई थी। मामले को करीब दो सप्ताह बीतने के बाद भी किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई।
पीड़िता ने दावा किया कि पुलिस ने इतने लंबे समय तक कोई जांच नहीं की। इसके बाद, जब उन्होंने पुलिस अधीक्षक से संपर्क किया तो पुलिस ने कार्रवाई की। नियमानुसार, इस मामले में सबसे पहले गिरफ्तारी होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। यही कारण है कि महिला पुलिस थाने की आईसी वर्णाली दास को क्लोज किया गया है।
गौरतलब है कि 25 साल की युवती की मुलाकात बारासात नापाड़ा निवासी बंटी विश्वास नाम के युवक से डेढ़ साल पहले सोशल मीडिया पर हुई थी। धीरे-धीरे उनकी नजदीकियां बढ़ने लगीं और उस नजदीकी के चलते युवती बारासात स्थित बंटी के घर जाने लगी। कथित तौर पर, आरोपित और उसकी पत्नी ने बिना उसकी जानकारी के अश्लील वीडियो दिखाकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। आरोप है कि युवती को ब्लैकमेल कर कई बार दुष्कर्म किया।
युवती ने यह भी शिकायत की कि आरोपित युवक ने वीडियो दिखाकर उससे लाखों रुपये की मांग की। यहां तक कि उसकी पत्नी भी उसका साथ देती रही। इसके बाद, युवती ने पुलिस से संपर्क किया। 26 अगस्त को पीड़िता बारासात महिला थाने में शिकायत दर्ज कराने गई थी। उसने बताया कि उस समय एक महिला पुलिस अधिकारी उसकी शिकायत नहीं लेना चाहती थी। अंत में, शिकायत दर्ज होने के बाद भी बारासात महिला थाने की पुलिस ने दुष्कर्म की शिकायत दर्ज करने से परहेज किया।
महिला थाने से कोई मदद नहीं मिलने पर पीड़िता ने मामले की लिखित शिकायत बारासात जिला के पुलिस अधीक्षक को की। उसके बाद गुरुवार को बारासात महिला थाने में पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप से दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया। दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने बारासात और उसके आसपास के इलाकों में छापेमारी कर मुख्य आरोपित बंटी व उसकी पत्नी समेत कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार लोगों में दो महिलाएं और पांच पुरुष हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपितों के खिलाफ दुष्कर्म, धमकी, ब्लैकमेल समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पीड़िता के मेडिकल टेस्ट की व्यवस्था की गई है। हालांकि, गिरफ्तार किए गए लोगों ने ड्यूटी पर साजिश के तहत उन्हें फंसाने का आरोप लगाया।