गंगासागर : पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में स्तिथ सागरद्वीप गंगासागर मेला के लिए प्रसिद्ध है। मगर मने या न मने जिला में स्तिथ व एक द्वीप होने के कारन यह इलाका अब भी विकसित नहीं हो सका है। द्वीप में आज भी कई घर मिटटी के बने हुए हैं और यहाँ के लोगों को बिजली की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। तो स्वाभिक तौर पर इस बात का अंदाजा लगाया ही जा सकता है की जहाँ बिजली की ठीक व्यवस्था न हो वहां संचार की कैसी व्यवस्था होगी।
वही दूसरी ओर प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के मौके पर सुर्ख़ियों में रहने वाले सागर द्वीप में आयोजित होने वाले गंगासागर मेला में देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुँचते हैं। अब जाहिर सी बात है कि प्रौद्योगिकी युग में तकनीकी उपकरण मोबाइल फ़ोन के साथ ही लोग गंगासागर एते हैं। मगर सागर द्वीप होने व लाखों की संख्या में एक साथ यहाँ भीड़ उमड़ जाने के कारण संचार की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाती है।
गंगासागर मेला आयोजित करने वाली राज्य सरकार प्रत्येक वर्ष यह दावा करती है की इस वर्ष संचार की समस्या नहीं होगी क्यूंकि कई टेलीकॉम कंपनियों के टावर यहाँ लगाए गए हैं। मगर प्रत्येक वर्ष यह समस्या गंगासागर मेला का साथ नहीं छोड़ती। फलस्वरूप इतनी दूर से गंगासागर आए तीर्थयात्रियों को अपने परिजनों से संपर्क करने में लिए बहुत पसीने चुराने पड़ते हैं।
इस समस्या को ध्यान में रकते हुए शायद राज्य सर्कार ने एक प्रसिद्ध कहावत से सीख ली, जो है ओल्ड इस गोल्ड यानि पुराने चीज हामेशा किमति होते हैं।
जी हाँ, राज्य सर्कार ने गंगासागर मेला प्रांगण में जगह जगह बीएसएनएल के लैंड लाइन इनस्टॉल किये हैं। गंगासागर मेला प्रांगण में जगह जगह राज्य सर्कार की ओर से फ्री कालिंग बूथ तैयार किये गए हैं और प्रत्येक बूथ में ३ लैंड लाइन लगाए गए हैं।
तीर्थयात्रियों की समस्या को देखते हुए उठाये गए कदम : ADM
दक्षिण 24 परगना के अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) सह गंगासागर मेला अफसर सैयद एन ने बताया कि लैंड लाइन की व्यवस्था पहले भी थी मगर बीच में इसे बंद रखा गया था। हालाँकि गंगासागर मेला में पहुँचने वाले तीर्थयात्रिओं की संचार की समस्या को ध्यान में रखते हुए इसे दुबारा से शुरू किया गया। इससे तीर्थयात्री आसानी से अपने घर वालों से बात क्र सकेंगे।
तीर्थयात्रिओं ने सरकार के इस कदम को सराहा
बिहार के चम्पारण से आए पप्पू यादव ने कहा कि लैंडलाइन स्थापित करने का सरकार फैसला सराहनीय है। उसने बताया कि उसका मोबाइल डिस्चार्ज हो गया था और वह चार्ज नहीं कर पा रहा था। ऐसे समाये में उसे लैंडलाइन दिखा। इसके बाद उसने अपने घर कॉल किया और बात की।
झारखण्ड से आये बंटी विश्वकर्मा ने बताया कि वह पहले भी गंगासागर आ चूका है। प्रत्येक बार उसे संचार की समस्या से जूझना पड़ता है और इस वजह से वह अपने परिजनों से संपर्क नहीं साध सकता। मगर इस बार लैंडलाइन की व्यवस्था होने के कारन उसे अपने परिजनों से संपर्क करने में कोई समस्या नहीं हुए। उसने भी राज्य सरकार के इस कदम की सराहना की।