बांग्लादेशी ग्रामीणों ने BSF जवानों पर किया हमला, दो जवान गंभीर

Forces

मुर्शिदाबाद : बांग्लादेशी बदमाशों ने बीएसएफ जावानों पर जानलेवा हमला कर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया।घटना दक्षिण बंगाल सीमांत के अंर्तगत सीमा चौकी निर्मलचर, 35 वीं के इलाके में रविवार घटी। भारतीय किसानों की शिकायत के अनुसार, बांग्लादेशी किसान भारतीय किसानों के खेतों में घुसकर अपने पशु चराते हैं और जानबूझकर उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। किसानों की परेशानी को मध्यनजर रखते हुए बीएसएफ जवानों ने उनकी रक्षा के लिए अस्थाई तौर पर सीमा के नजदीक एक पोस्ट को स्थापित किया है ताकि भारतीय किसान भयमुक्त होकर अपनी खेती का काम कर सके।

रोज की तरह सीमा चौकी निर्मलचर के जवान सीमा पर अपनी ड्यूटी पर तैनात थे। सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर बांग्लादेश की तरफ से 100 से अधिक की संख्या में लोगों ने भारतीय सीमा में घुसकर लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से जवानों पर जानलेवा हमला कर दिया। उसी दौरान हमलावर बांग्लदेशी बदमाश बीएसएफ जवानों के हथियार छीनकर बांग्लादेश भाग गए। इस हमले में बीएसएफ के दो जवान बुरी तरह से जख्मी हो गए। सूचना मिलने पर जवानों को तुरंत ही इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

इस संबंध में बीएसएफ के अधिकारियों ने तुरंत ही BGB के अधिकारियों को घटना से अवगत करवाया और फ्लैग मीटिंग आयोजित करने को कहा ताकि बांग्लादेशी बदमाशों से जवानों के हथियारों को प्राप्त किया जा सके। इससे पूर्व में भी यहाँ भारतीय किसानों की फ़सल बर्बाद करने और बांग्लादेशियों द्वारा जबरन भारतीय जमीन पर अपने मवेशी चराने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। जिसके बारे में BGB को इसके बारे में बताया भी जा चुका है। लेकिन BGB ने इस तरह की घटनाओं को रोकने की कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।

BSF ने पुलिस थाना रानीतला में शिकायत दर्ज करवाई

घटना की जानकारी रखने वाले व्यक्तियों ने बताया की जब तस्करों और आपराधिक मंशा वाले लोगों को उनके सीमापार गैर कानूनी कामों में सफलता नहीं मिलती तो वे बीएसएफ जवानों पर जानलेवा हमला करते हैं। उन्होंने बताया की बीएसएफ जवानों पर कई बार पहले भी तस्करों और उनके साथियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से हमले किए जा चुके हैं। निर्मलचर का इलाक़ा काफी दुर्गम है। यहाँ सुविधाओं के अभाव के बावजूद भी बीएसएफ जवान दिन-रात सीमा पर चौकसी करते रहते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *