सैमसंग ने भारतीय युवाओं में इनोवेटिव सोच के लिए राष्‍ट्रीय इनोवेशन प्रतियोगिता ‘सॉल्‍व फॉर टुमारो’ का दूसरा संस्‍करण लॉन्‍च किया

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गुरुग्राम:  सैमसंग इंडिया ने आज से शुरू हुई अपनी राष्‍ट्रीय शैक्षणिक और इनोवेटिव  प्रतियोगिता सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमारो के दूसरे संस्‍करण के लिए मिनिस्‍ट्री ऑफ इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एंड इंफोर्मेशन टेक्‍नोलॉजी (MeitY) के स्‍टार्टअप हब और फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्‍नोलॉजी ट्रांसफर (FITT), आईआईटी दिल्‍ली के साथ भागीदारी की है। सॉल्‍व फॉर टुमारो के साथ, सैमसंग का लक्ष्‍य देश के युवाओं के बीच इनोवेटिव  सोच और समस्‍या का समाधान करने वाली संस्‍कृति का विकास करना है।

आईआईटी दिल्‍ली और एमईआईटीवाई स्‍टार्टअप हब के साथ की साझेदारी

सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमारो के दूसरे संस्‍करण का उद्घाटन श्री अल्‍केश कुमार शर्मा, सचिव, मिनिस्‍ट्री ऑफ इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एंड इंफोर्मेशन टेक्‍नोलॉजी (MeitY) और श्री जोंगबम पार्क, प्रेसिडेंट और सीईओ, सैमसंग साउथवेस्‍ट एशिया ने अन्‍य गणमान्‍य व्‍यक्तियों की उपस्थिति में किया।   

शीर्ष तीन विजेता टीमों को मिलेगी 1.5 करोड़ रुपए की पुरस्‍कार राशि

भारत के सबसे बडे इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स ब्रांड का प्रमुख सीएसआर कार्यक्रम इनोवेटिव  समाधानों की शक्ति और जीवन को बदलने की उनकी क्षमता को पहचानता है, एक मजबूत सामाजिक प्रभाव डालता है और सैमसग के  #PoweringDigitalIndia को और मजबूत करता है।

प्रतिभागियों को मिलेगा सैमसंग, आईआईटी दिल्‍ली और एमईआईटीवाई स्‍टार्टअप हब की ओर से मार्गदर्शन और प्रशिक्षण

2022 में आयोजित सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमारो के पहले संस्‍करण में पूरे देश से 18,000 से अधिक युवाओं ने पंजीकरण कराया था। पहले संस्‍करण के शीर्ष तीन विजेता टीम में से दो ने अपनी कंपनी शुरू कर ली है जबकि एक ऐसा करने की प्रक्रिया में है। 

इस साल, भारत में 16 से 22 वर्ष का कोई भी युवा अपने इन्‍नोवेटिव टेक-इनेबल्‍ड आइडिया को भेजकर कार्यक्रम में भाग ले सकता है, जो लोगों के जीवन को बदलेगा। आइडिया एजुकेशन एंड लर्निंग, एनवायरमेंट एंड सस्‍टैनेबिलिटी, हेल्‍थ एंड वेलनेस और डायवर्सिटी एंड इनक्‍लूजन विषयों पर आधारित होने चाहिए। प्रतिभागी 04 अप्रैल 2023 से 31 मई, 2023 की शाम पांच बजे तक सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमारो के लिए www.samsung.com/in/solvefortomorrow  पर आवेदन कर सकते हैं।

16-22 साल के युवा एजुकेशन एंड लर्निंग, एनवायरमेंट एंड सस्‍टैनेबिलिटी, हेल्‍थ एंड वेलनेस और डायवर्सिटी एंड इनक्‍लूजन पर अपने इन्‍नोवेटिव आइडिया के साथ कर सकते हैं आवेदन

शीर्ष तीन टीमें अपने आइडिया को मूर्त रूप देने के लिए 1.5 करोड रुपए की राशि जीतेंगी जबकि शीर्ष 30 और शीर्ष 10 में पहुंचने वाले अन्‍य प्रतिभागियों को कार्यक्रम के विभिन्‍न चरणों में पुरस्‍कृत किया जाएगा।
 
शीर्ष 30 टीमों (व्‍यक्तिगत और 3 सदस्‍यों वाली टीम) को सैमसंग के भागीदार- इंडियन इंस्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी, दिल्‍ली (IIT Delhi) के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्‍नोलॉजी ट्रांसफर (FITT) और MeitY स्‍टार्टअप हब द्वारा आईआईटी दिल्‍ली में एक आवासीय बूटकैम्‍प में प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दिया जाएगा, जिससे प्रतिभागियों को अपने आइडिया को और बेहतर बनाने मे मदद मिलेगी। इन सभी को शुरुआती प्रोटोटाइप्‍स बनाने के लिए 20,000 रुपए भी दिए जाएंगे और इसके बाद वे अपने आइडिया को युवा सैमसंग कर्मचारियों और FITT, आईआईटी दिल्‍ली और MeitY स्‍टार्टअप हब के विशेषज्ञों से बने निर्णायक मंडल के सामने रखेंगे।


04 अप्रैल से शुरू होने वाली सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमारो के लिए 31 मई, 2023 की शाम पांच बजे तक log in करें
।www.samsung.com/in/solvefortomorrow

इन टीमों को सैमसंग इंडिया ऑफिस, उसके आरएंडडी सेंटर्स, डिजाइन सेंटर, और बेंगलुरु में सैमसंग ओपेरा हाउस का दौरा करने का भी अवसर मिलेगा, जहां वे युवा सैमसंग कर्मचारियों और शोधकर्ताओं के साथ बातचीत करेंगे। 

शीर्ष 10 टीमों को फाइनल राउंड से पहले अपने प्रोटोटाइम को और बेहतर बनाने के लिए प्रत्‍येक को 100,000 रुपए की अतिरिक्‍त मदद हासिल होगी। इनका युवा सैमसंग कर्मचारियों द्वारा मार्गदर्शन किया जाएगा जो उन्‍हें टेक, डिजाइन, मार्केटिंग और पॉलिसी जैसे विभिन्‍न क्षेत्रों में मदद करेंगे। 

वार्षिक कार्यक्रम का समापन तीन राष्‍ट्रीय विजेताओं की घोषणा के साथ्‍ज्ञ होगा, जिन्‍हें 1.5 करोड रुपए की पुरस्‍कार राशि और रोमांचक सैमसंग उत्‍पादों को जीतने का मौका मिलेगा।

एमईआईटीवाई के सचिव श्री अलकेश कुमार शर्मा ने कहा, “भारत सरकार का दृष्टिकोण देश में नवाचार और उद्यमिता के एक जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है, और युवा इसके केंद्र में हैं। उन्हें ऐसे समर्थन और सलाह की आवश्यकता है जो उनके विचारों को वास्तविकता में बदलने में मदद कर सकता है, रास्ते में एक मजबूत सामाजिक प्रभाव पैदा कर सकता है। सैमसंग, आईआईटी दिल्ली, और MeitY स्टार्टअप हब का एक साथ आने के लिए सॉल्व फॉर टुमॉरो प्रोग्राम एक बहुत ही सकारात्मक कदम है जो इस दिशा में काम करने के हमारे सपने को साकार करेगा।”

श्री जोंगबम पार्क, प्रेसिडेंट और सीईओ, सैमसंग साउथवेस्‍ट एशिया ने कहा, “सैमसंग में, हम परिवर्तनकारी विचारों और टेक्‍नोलॉजीज के साथ दुनिया को प्रेरित करते हैं और भविष्‍य को आकार देते हैं। हमारा काम अगली पीढ़ी  के इन्‍नोवेटर्स और चेंजमेकर्स को आगे लाना है। सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमारों के पहले संस्‍करण में हमें जो प्रविष्टियां मिलीं, उनसे हमें भारत के युवाओं के मन में जो चिंताएं और मुद्दे हैं उनके बारे में एक अनूठा स्‍नैपशॉट प्राप्‍त हुआ। वे अपशिष्‍ट प्रबंधन, बिजली और पानी की बर्बादी, प्‍लास्टिक कचरा, स्‍पीच डिसऑर्डर के साथ ही साथ महामारी की भविष्‍यवाणी और नए युग की टेक्‍नोलॉजी जैसे रोबोटिक्‍स, आर्टिफ‍िशियल इंटेलीजेंस और ऑग्‍मेंटेड रियल्‍टी का उपयोग करने वाले समाधान खोजना चाहते हैं। ”

उन्‍होंने कहा, “युवाओं को उनके आसपास के समाज को प्रभावित करने वाले वास्‍तविक जीवन के मुद्दों को हल करने की क्षमता देने से उन्‍हें दुनिया में होने वाले बदलाव को प्रत्‍यक्ष रूप से देखने का अवसर मिलता है। सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमारो के साथ, हम युवाओं को वह अवसर देना चाहते हैं और देश में इनोवेशन ईकोसिस्‍टम को मजबूत करने, सरकार के दृष्टिकोण को आगे बढाने और डिजिटल इंडिया को सशक्‍त बनाने के अपने दृष्टिकोण को आगे बढाने में अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं।”

सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमारो के पहले संस्‍करण में देशभर से 18,000 से अधिक युवाओं ने पंजीकरण कराया था। विजेताओं में शामिल बेंगलुरु के स्‍पुतनिक ब्रेन के 22 वर्षीय शंकर श्रीनिवासन ने एक वियरेबल डिवाइस पेश किया जो सुरक्षि‍त ब्रेन मॉड्यूलेशन का उपयोग कर तनाव को कम करने में मदद करता है, जबकि उडान की प्रिशा दुबे, अनुप्रिया या नायक और वनालिका कोंवर, सभी 16 साल की पोर्टब्‍लेयर और दिल्‍ली की इस तिकडी ने कटे हुए गन्‍ने की खोई का उपयोग कर पर्यावरण के अनुकूल, किफायती और धोने योग्‍य सैनिटरी पैड विकसित किए। हैदराबाद के अल्‍फा मॉनिटर के 16 वर्षीय हेमेश चडलवाडा ने अल्‍जाइमर मरीजों की निगरानी और उनके व्‍यवहार में बदलाव के बारे में उनकी देखभाल करने वालों को सतर्क करने के लिए एक स्‍मार्ट रिस्‍टबैंड विकसित किया।

प्रोफेसर रंगन बनर्जी, डायरेक्‍टर, आईआईटी दिल्‍ली ने कहा, “हम सैमसंग के साथ भागीदारी कर खुश हैं ताकि युवा इन्‍नोवेटर्स ‘सॉल्‍व फॉर टुमारो’ प्रतियोगिता के माध्‍यम से अपने आइडिया को वास्‍तविक दुनिया की समस्‍याओं के समाधान में बदलने में सक्षम हो सकें। ”

“भारत के युवाओं में, विशेष रूप से छोटे शहरों और गांवों के युवाओं में बहुत संभावनाएं हैं। उनके पास आज की जटिल समस्याओं का अनूठा समाधान खोजने की क्षमता है। युवाओं को प्रशिक्षित करने और नई ऊंचाइयों को छूने में उनकी मदद करने के लिए हम सॉल्व फॉर टुमॉरो प्रोग्राम पर सैमसंग के साथ काम करने के लिए तत्पर हैं।,” श्री जीत विजय, सीईओ, मेइटी स्टार्टअप हब ने कहा।

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