कोलकाता : पश्चिम बंगाल में शनिवार को पंचायत चुनाव के लिए सुबह 7:00 बजे मतदान शुरू होने के एक घंटे के अंदर ही लोगों की हत्या हो चुकी है। इसमें सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के चार लोग हैं जबकि एक अन्य भाजपा का कार्यकर्ता है। बाकी इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) के दो कार्यकर्ताओं और कांग्रेस के एक कार्यकर्ता को गोली मारी गई है।
मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा थाना अंतर्गत कपासडांगा षष्टीतला इलाके में सुबह के समय से ही तनाव शुरू हो गया था। कांग्रेस और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प के बाद गोली चली जिसमें बाबर अली नाम के 40 साल के तृणमूल कार्यकर्ता की मौत हो गई। फूलचंद शेख नाम का एक और तृणमूल कार्यकर्ता इस मामले में गंभीर रूप से घायल है।
उसी तरह से रेजीनगर थाना क्षेत्र के नजीरपुर इलाके में भी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता यासीन शेख को मौत के घाट उतारा गया है। दावा है कि उस पर बमों से हमले हुए हैं। मुर्शिदाबाद जिले के खड़ग्राम में एक खाली जमीन पर सरिफुदिन शेख का शव बरामद किया गया। वह भी सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का ही कार्यकर्ता है। आरोप है कि इन तीनों हत्याओं में माकपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हाथ है।
स्थानीय सूत्रों ने बताया कि शनिवार सुबह मतदान शुरू होते ही माकपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं में भी रेजीनगर में हिंसक संघर्ष शुरू हो गए जिसमें कम से कम 24 लोग घायल हुए हैं। इसकी वजह से घंटों तक मतदान बंद रहा।
इसी तरह से कूचबिहार दक्षिण विधानसभा के फालामारी ग्राम पंचायत इलाके में मतदान केंद्र के अंदर बमबारी शुरू हो गई। इसमें माधव विश्वास नाम के भाजपा के एक पोलिंग एजेंट की हत्या हुई । कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। दावा है कि भाजपा उम्मीदवार भी बमबारी में जख्मी हुए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है।
इसी तरह से मालदा के मानिकचक गोपालपुर ग्राम पंचायत इलाके में तृणमूल कार्यकर्ता पर गोली चलाई गई जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई है। हत्या का आरोप कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लगा है। टकराव की घटना में और आठ लोग घायल हैं।
भांगड़ के 264 नंबर मतदान केंद्र पर आईएसएफ और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक संघर्ष शुरू हुआ जिसमें आईएसएस के दो कार्यकर्ताओं को गोली मार दी गई है। इन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है।
मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में भी कांग्रेस के एक कार्यकर्ता को गोली मारी गई है। इसके अलावा भी राज्य भर से जगह-जगह हिंसा की खबरें आ रही हैं और आरोप लग रहे हैं कि जिन केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है वे कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।