कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सह राज्य की गृह मंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी के सचिवालय अभियान को लेकर बड़ा दावा किया है। भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठी चार्ज और बर्बर हमले का बचाव करते हुए उन्होंने कहा है कि पुलिस चाहती तो गोली चला सकती थी लेकिन काफी संयम बरती है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कभी नहीं चाहती कि विपक्ष के किसी आंदोलन में बाधा दें लेकिन भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर गुंडागर्दी की है।
यह कतई अपेक्षित नहीं है। बुधवार को पूर्व मेदिनीपुर के तमलुक में प्रशासनिक बैठक के दौरान ममता ने उक्त बयान दिया है। उन्होंने कहा, “मैं किसी भी आंदोलन को रोकने के पक्ष में नहीं हूं लेकिन आंदोलन के नाम पर बैग में बम भर कर लाया जाएगा, बंदूक लाया जाएगा, यह स्वीकार्य नहीं है। दूसरे राज्यों से लोगों को लाकर हावड़ा स्टेशन पर उन्हें सुरक्षित रखा गया था ताकि रैली में लोग शामिल हो सकें। भाजपा ने गुंडागर्दी करने के लिए सचिवालय अभियान किया।
भाजपा ने आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी के निर्देश पर ही पुलिस ने बर्बर तरीके से भाजपा कार्यकर्ताओं को पीटा है। इस पर सफाई देते हुए ममता ने कहा कि काफी पुलिसवाले घायल हुए हैं। कोलकाता पुलिस के असिस्टेंट कमिश्नर देवजीत चटर्जी का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि वह गंभीर रूप से घायल हैं और एसएसकेएम अस्पताल के वूडबर्न वार्ड में भर्ती हैं। किस तरह से उन्हें मारा-पीटा गया है वीडियो में देखिए। उनकी जान बचाने के लिए ऑपरेशन करने की जरूरत है। बावजूद इसके पुलिस ने गोली नहीं चलाई जो सराहनीय है।
हालांकि जिन लोगों ने हिंसा की है उनके खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा के सचिवालय अभियान की वजह से पूजा कारोबारियों को भी क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा आने वाली है। इसमें लाखों लोगों को रोजगार मिलता है। भाजपा के इस अभियान की वजह से काफी क्षति हुई है। ममता ने दावा किया कि अभियान की वजह से सरकारी काम में भी बाधा उत्पन्न हुई है जो किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।