कोलकाता : भवानीपुर 75 पल्ली ने रविवार को खुटी पूजा के साथ दुर्गापूजा के तैयारियों की शुरुआत की। 1/1सी, देबेंद्र घोष रोड, भवानीपुर, नेताजी भवन मेट्रो स्टेशन के पास स्थित भवानीपुर 75 पल्ली का मंडप अपनी अभिनव थीम और आकर्षक उत्सव शैली के लिए शहर की आकर्षक पूजाओं में से एक है। यह पूजा विशेष रूप से अपने पंडालों की अनूठी शैली और समिति द्वारा पूरे वर्ष किए जाने वाले सामाजिक कार्यों के लिए प्रसिद्ध है।
खुटी पूजा के बाद आयोजित रंगारंग कार्यक्रम में बांग्ला फिल्म “ओह लवली” के प्रमोशन के लिए यहां आए फिल्म के स्टार कास्ट ने बेहतरीन प्रदर्शन कर मौजूद सभी अतिथियों और अन्य लोगों का मन मोह लिया।
यह अवसर पर समाज की विभिन्न प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति ने इस आयोजन में समा बांध दी। मौजूद प्रतिष्ठित हस्तियों में मदन मित्रा (विधायक), कार्तिक बनर्जी (सामाजिक कार्यकर्ता), पापिया सिंह (पार्षद), संदीप रंजन बख्शी, (पार्षद) अशीम बसु (पार्षद) सयान देब चटर्जी (पश्चिम बंगाल तृणमूल युवा कांग्रेस के राज्य सचिव), काजरी बनर्जी (पार्षद), हरनाथ चक्रवर्ती (निदेशक), बब्लू सिंह (कार्यकारी अध्यक्ष, भवानीपुर 75 पल्ली और सामाजिक कार्यकर्ता) के साथ कई अन्य प्रतिष्ठित हस्तियां इस दौरान मौजूद थे। भवानीपुर 75 पल्ली के सदस्य इस वर्ष 59वें वर्ष में बहुत भव्यता और रचनात्मकता के साथ दुर्गापूजा की तैयारियों में जुटे हैं।
बबलू सिंह (कार्यकारी अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता, भवानीपुर 75 पल्ली) ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में हमे अपने सफल अयोजा के लिए विभिन्न क्षेत्रों से कई पुरस्कार मिले। इस वर्ष भी भवानीपुर 75 पल्ली की पूरी टीम पूरी तरह से तैयार है। पिछले कुछ वर्षों में हमारे पूजा मंडप में हर दिन कई लाख आगंतुक आते रहे हैं। हमें विश्वास है कि लोग इस साल भी हमारे अनोखे थीम से मंडप बनाने के प्रयास की सराहना करेंगे। उन्होंने दिया के सभी लोगों को परिवार और दोस्तों के साथ पूजा में आने के लिए आमंत्रित किया।
कमेटी के सदस्य पूरे वर्ष स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य जांच और पूरे वर्ष जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाता है। इसके अलावा रक्त, शरीर और नेत्र दान शिविरों का आयोजन किया जाता है। दुर्गा पूजा के दौरान वंचित लोगों को नई साड़ियों और कपड़ों का वितरण, गरीबी रेखा से नीचे के बच्चों को किताब कॉपी, स्लेट, पेंसिल, पेन देना, सर्दी के मौसम में जरूरतमंदों को कंबल देना और समाज के कल्याण के लिए ऐसी कई सीएसआर गतिविधियां वर्ष भर चलती रहती है।