लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दो चरण समाप्त हो चुके हैं। तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को होने जा रहा है। इस चरण में प्रदेश की 16 जनपदों की 59 विधानसभा सीटों पर कुल 627 प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला होना है। इस चरण में 2 करोड़ से अधिक मतदाता 20 फरवरी को मतदान में हिस्सा लेंगे. इसके लिए निर्वाचन आयोग ने चुनाव की सभी तैयारियां पूरी कर ली है। प्रदेश के तीसरे चरण में अखिलेश यादव, शिवपाल यादव, एसपी सिंह बघेल, लुईस खुर्शीद, सतीश महाना, रामवीर उपाध्याय और पूर्व आईपीएस असीम अरुण की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
1. अखिलेश यादव- पूर्व मुख्यमंत्री
मैनपुरी की करहल विधानसभा इस बार पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव मैदान में है। वही उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र सरकार में मंत्री एसपी सिंह बघेल को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं इस सीट पर कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी वापस कर लिया था और अखिलेश यादव को समर्थन दिया है। जबकि बहुजन समाज पार्टी ने कुलदीप नारायण को अपना प्रत्याशी उतारा है। हालांकि मुख्य मुकाबला अखिलेश यादव और भाजपा के प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल के बीच ही माना जा रहा है।
2. शिवपाल यादव (प्रसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष)
इटावा जनपद की जसवंतनगर विधानसभा सीट से कभी सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव चुनाव लड़ते थे। लेकिन बाद में उन्होंने इस सीट को अपने भाई शिवपाल यादव के लिए छोड़ दी। पिछले 5 चुनाव से इस सीट से शिवपाल यादव विधायक हैं। इस बार उन्होंने अपनी पार्टी से नहीं बल्कि सपा की साइकिल चुनाव चिन्ह से चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने इस विधानसभा सीट से विनय शाक्य को अपना प्रत्याशी बनाया है। जबकि बहुजन समाज पार्टी ने विजेंद्र कुमार को इस सीट पर भी कांग्रेस ने शिवपाल यादव को समर्थन किया है। हालांकि इस सीट पर इस बार शिवपाल यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
3. सतीश महाना (बीजेपी)
कानपुर की महाराजपुर विधानसभा सीट से प्रदेश की योगी सरकार के मंत्री सतीश महाना चुनाव मैदान में हैं। वह पिछले 7 चुनावों से विधायक हैं। इस विधानसभा सीट से वह आठवीं बार विधायक बनने के लिए चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने फतेह बहादुर सिंह गिल को अपना प्रत्याशी बनाया है।
4. लुईस खुर्शीद (सलमान खुर्शीद की पत्नी)
कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद फर्रुखाबाद सदर सीट से चुनाव मैदान में है। पिछले तीन चुनावों से लुईस खुर्शीद को चुनाव में हार का सामना करना पड़ रहा है। इसके पहले 2002 में फर्रुखाबाद की कायमगंज विधानसभा सीट से वह विधायक चुनी जा चुकी हैं। लेकिन उसके बाद उन्हें लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है। इस बार फर्रुखाबाद सदर विधानसभा सीट से भाजपा ने मौजूदा विधायक सुनील द्विवेदी को अपना प्रत्याशी बनाया है। जबकि समाजवादी पार्टी ने सुमन मौर्य को प्रत्याशी बनाया है। इस बार लुईस खुर्शीद की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
5. रामवीर उपाध्याय (पूर्व ऊर्जा मंत्री)
बसपा सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे रामवीर उपाध्याय ने आचार संहिता लगने से पहले भाजपा का दामन थाम लिया. वहीं बीजेपी ने उन्हें हाथरस की सादाबाद विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। वह हाथरस के बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में रहे हैं। वहीं इस सीट पर उनका मुकाबला सपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी प्रदीप चौधरी से है। जबकि बहुजन समाज पार्टी ने इस जीत से अरविंद शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है।
6. असीम अरुण (पूर्व आईपीएस)
पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण कन्नौज सदर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीखों की घोषणा होने से पहले ही वीआरएस लेकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। वह दलित चेहरा माने जाते हैं। वहीं भाजपा ने उन्हें कन्नौज सदर विधानसभा सीट पर चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने अनिल दोहरे को अपना प्रत्याशी बनाया है। जबकि बहुजन समाज पार्टी से समरजीत दोहरे चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने इस सीट से रीता देवी को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी के साथ माना जा रहा है।
7. नीलिमा कटियार
कानपुर जनपद की कल्याणपुर विधानसभा सीट से उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री नीलिमा कटिहार बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में है। वहीं इस सीट से सपा ने पूर्व विधायक सतीश निगम को अपना प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस ने विकास दुबे के साथ एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे की बहन नेहा तिवारी को चुनाव मैदान में उतारा है।
8. हरिओम यादव
मुलायम सिंह यादव के समधी हरिओम यादव चुनाव की तारीखों की घोषणा होने से पहले भाजपा में शामिल हो गए। वहीं उन्हें बीजेपी ने सिरसागंज विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। जबकि समाजवादी पार्टी ने उनके खिलाफ सर्वेश सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है।