कोलकाता: शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार अर्पिता मुखर्जी ने मंगलवार को मेडिकल जांच के लिए जाने के दौरान बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि मेरे घर से जब्त किया गया पैसा मेरा नहीं है। उन्होंने दावा किया कि यह पैसा मेरी गैर मौजूदगी में रखा गया था। सुबह में ईडी अधिकारियों की टीम उन्हें चिकित्सकीय जांच के लिए जोका ईएसआई अस्पताल ले गई थी।
अस्पताल में प्रवेश के समय अर्पिता ने मीडिया के कैमरे को देखकर बोलना शुरू कर दिया। उसने दोहराया कि जो रुपये बरामद हुए हैं वो मेरे नहीं हैं। मुझे तो यह भी जानकारी नहीं थी कि मेरे कमरे में रुपये लाकर रखे गए हैं। अर्पिता ने दावा किया कि उसकी अनुपस्थिति में उसकी जानकारी के बगैर उसके घर में लाकर रुपये रखे गए थे। हालांकि, जब पूछा गया कि रुपये किसके हैं और कहां जाते थे तब वह कुछ नहीं बोली।
इसके पहले गत रविवार को भी चिकित्सकीय जांच के समय पार्थ ने दावा किया था कि रुपये उनके नहीं हैं। अब अर्पिता दावा कर रही है कि रुपये उसके भी नहीं हैं, तो हैं किसके? इस बारे में ईडी लगातार इन दोनों से पूछताछ कर रही है लेकिन सूत्रों ने बताया है कि इस सवाल का जवाब ना तो पार्थ चटर्जी दे रहे हैं और ना ही अर्पिता मुखर्जी। इसलिए इन्हें दोबारा कोर्ट में पेशी के बाद ईडी अधिकारी एक बार फिर हिरासत में लेने की तैयारी कर रहे हैं।