म्यूजिक के उच्च स्तर “इटरनल साउंड्स” की ग्रैंड लॉन्चिंग

West Bengal

कोलकाता: पूरे विश्व में भारत एकमात्र ऐसा देश है, जहां सबसे समृद्ध संगीत परंपरा की झलक आज भी उपलब्ध है, चाहे वह शास्त्रीय संगीत हो, लोक, आधुनिक, फिल्मी या फिर आध्यात्मिक संगीत या फिर इसकी उप-शैलियां हों। हमारे देश में संगीत की शैलियों की अधिकता है, जो शायद ही किसी अन्य देश में पाई जाती है। अक्सर यह माना जाता है कि 50, 60, 70 और 80 का दशक भारतीय संगीत का स्वर्ण युग था। उस दौर में रची गई शास्त्रीय, फिल्मी और लोक संगीत की महान विरासत आज भी इस देश में गूंजती है। इन विचारों के साथ “इटरनल साउंड्स” नामक उच्च स्तर की नई संगीत रचना का गठन किया गया, जिसे गुरुवार को टाटा 88 ईस्ट में लॉन्च किया गया। इस कंपनी का गठन गुणवत्तापूर्ण संगीत की समृद्ध विरासत के निर्माण के लिए किया गया है।

समाज के इन बिख्यात हस्तियों का इसमें प्रमुख योगदान रहाछ

 1. उत्सव पारेख – वित्तीय बाजार गुरु

2. मयंक जालान – उद्योगपति

3. गौरांग जालान – राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और फिल्म निर्माता       

4. श्बिक्रम घोष – विख्यात तबलावादक

आज के इस मौके पर मशहूर सिंगर उषा उत्थुप, फिल्म निर्देशक अरिंदम सिल, म्यूजिशियन उस्ताद राशिद खान के साथ टॉलीवुड अभिनेत्री जया सील घोष व अन्य संगीत जगत से जुड़े चर्चित हस्तियों ने कार्यक्रम की सोभा बढ़ाई।

इस नए संगीत के उच्चस्तरीय खोज के लेबल को इसके चार भागीदार विशिष्ट हस्तियों द्वारा गुरुवार को लॉन्च किया गया। ये समाज के वे संगीत प्रेमी हैं, जो भारत में संगीत के पुनरुत्थान को देखने की तीव्र इच्छा रखते हैं। इनके अंदर समाई हुई इसी आंतरिक जुनून और निहित विश्वास की ताकत से इन्होंने यह कंपनी बनाई है। समाज के अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों की मौजूदगी में “इटरनल साउंड्स” के नए संगीत की ग्रैंड लॉन्चिंग की गई। लॉन्चिंग मौके पर बिक्रम घोष, जो अपने संगीत कार्यों की गुणवत्ता के लिए विश्व स्तर पर जाने जाते हैं, चाहे वह फिल्मों में हो या अन्य जगहों पर।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए श्री घोष ने कहा कि, आज के जमाने में ज्यादातर लोग अब केवल ऐसे संगीत बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहें हैं, जो मौसम की तरह बदलते रहते है। जबकि दूसरी ओर, इटरनल साउंड्स का विजन स्थायी संगीत बनाने पर ध्यान केंद्रित करना है।

यहां उल्लेख करने लायक संगीत जगत के कुछ चर्चित चेहरों में जैसे, हरिहरन, उषा उत्थुप, सोनू निगम, शान, कविता सेठ, महालक्ष्मी अय्यर आदि प्रमुख हैं। शास्त्रीय विधा में हम पंडित विश्वमोहन भट्ट, पंडित अजय चक्रवर्ती, उस्ताद राशिद खान, पंडित रोनू मजूमदार, कौशिकी चक्रवर्ती सहित कई अन्य गणमान्य लेखक के साथ मिलकर हम कई भावपूर्ण रचनाएँ आगे चलकर करेंगे! हम जॉन मैकलॉघलिन, नोरा जोन्स, रिकी केज, अनुष्का शंकर, ग्रेग एलिस, स्टीव स्मिथ आदि जैसे कई प्रमुख कलाकारों को उनकी सहमति के आधार पर उनके लिए कई अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफार्म भी बनाना चाहते है। इन परियोजनाओं का उद्वेश अंतर्राष्ट्रीय संगीत परिदृश्य पर अपनी छाप छोड़ना है। हम धीरे-धीरे इन कलाकारों तक पहुंच रहे हैं और नए- नया प्रोजेक्ट तैयार कर रहे हैं।

केवेंटर एग्रो लिमिटेड के एमडी श्री मयंक जालान ने कहा, हम ऐसा संगीत बनाना चाहते हैं, जो भारतीय संगीत को संपूर्ण रूप से कवर कर इसे परिपूर्ण करे। यह भी ध्यान में रखने की जरूरत है कि, जरूरी नहीं कि मौसमी हिट के उद्देश्य से यह संगीत संचालित हो। हमें उम्मीद है कि हम आने वाले वर्षों में अपने दर्शकों को बहुमूल्य संगीत उपहार में देने में सक्षम होंगे।

उत्सव पारेख (चेयरमैन, एसएमआइएफएस कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड) ने कहा, ‘इटर्नल साउंड्स’ में हमेशा महान प्रतिभा की झलक छिपी रहेगी। हम दृढ़ता से मानते हैं कि कई लोगों में अभी भी गुणवत्तापूर्ण संगीत की कई शैलियां मौजूद है, वे ऐसे संगीत के पुनरुत्थान की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

गौरांग फिल्म्स के निदेशक श्री गौरांग जालान ने कहा कि, ”इटर्नल साउंड्स में हम इसके भविष्य को लेकर काफी आशावादी हैं। इसके जरिए स्थायी संगीत बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, सदाबहार गायक हरिहरन जी के साथ 5 गानों वाला रोमांटिक एल्बम हम जल्द ही रिलीज करने की तैयारी कर रहे हैं, जो हमारी पहली रिलीज होगी। गुणवत्तापूर्ण संगीत की एक नई विरासत को गढ़ने के लिए इटरनल साउंड्स का गठन किया गया है।

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