Walkathon – नेफ्रोकेयर इंडिया का ‘वॉक फॉर योर किडनी’

Kolkata National

कोलकाता : नेफ्रोकेयर इंडिया ने 15 दिसंबर को अपने संपन्न अस्तित्व के साथ एक साल सफलतापूर्वक पूरा किया। नियमित रूप से 30 मिनट तेज चलने से किडनी स्वस्थ रहती है और इसे ध्यान में रखते हुए नेफ्रोकेयर की और से ‘ए वॉक फॉर योर किडनी’ का संदेश देते हुए वॉकथॉन का आयोजन किया।


इसमें लगभग 200 प्रतिभागियों के साथ-साथ समाज के मशहूर हस्तियां इस स्वस्थ अभ्यास के विचार को फैलाने के लिए अपने कदमों मिलाए। यह वॉकथॉन नेफ्रोकेयर से शुरू होकर होटल गोल्डन ट्यूलिप पर खत्म हुई।
कार्यक्रम के बाद नेफ्रोकेयर के संस्थापक और निदेशक डॉ. प्रतिम सेनगुप्ता ने स्वस्थ समाज को गढ़ने के लिए महत्वपूर्ण संदेश दिया।


इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित हस्तियों में डॉ. प्रतिम सेनगुप्ता (नेफ्रो केयर के संस्थापक और निदेशक); दिब्येंदु बरुआ (शतरंज ग्रैंडमास्टर); आईएलएस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल की सीईओ डॉ. निबेदिता चटर्जी; राम कृष्ण जायसवाल (मालदीव के महावाणिज्य दूतावास); जॉयदीप दास (उप सचिव, खेल मंत्रालय); देवाशीष दत्ता, (मोहन बागान क्लब के सचिव और अभिभाषक); सैकत बिस्वास (चैंबर ऑफ कॉमर्स बंगाल चैप्टर के साथ समाज की कई अन्य प्रतिष्ठित हस्तियां इस आयोजन में शामिल हुए। इस कार्यक्रम का सफल प्रबंधन मैप5 इवेंट्स द्वारा किया गया।

नेफ्रोकेयर: नेफ्रो केयर प्राइवेट लिमिटेड एक व्यापक और अनुकंपा किडनी देखभाल संस्थान है। यह संस्थान सबसे गहन किडनी की समस्या के रोगियों की देखभाल के लिए सबसे सम्मानित स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में से एक है, जिसे दिसंबर 2021 के महीने में प्रख्यात नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. प्रतिम सेनगुप्ता ने स्थापित किया है।


किडनी की बीमारी: यह एक गुप्त और गंभीर बीमारी है । यह पूरे देश के साथ विश्वभर में सबसे अधिक फेल रहा है। हर 11 में से 1 भारतीय किडनी फेल्योर का शिकार हो सकता है। मधुमेह और उच्च रक्तचाप किडनी की विफलता का प्रमुख कारण हैं। पेन किलर का सेवन भारत में गुर्दे की विफलता का तीसरा सबसे महत्वपूर्ण कारण है। हर साल 2 लाख से अधिक लोग एंड स्टेज रीनल डिजीज (ईएसआरडी) की सूची में शामिल हो जाते हैं, जिन्हें जीवन को बनाए रखने के लिए डायलिसिस सहायता की आवश्यकता होती है। नेफ्रोकेयर का लक्ष्य इन मरीजों की सफल देखभाल कर प्रतिदिन अपनी अलग पहचान स्थापित करना है।


मीडिया से बात करते हुए नेफ्रो केयर के संस्थापक और निदेशक, नेफ्रोलॉजिस्ट, डॉ. प्रतिम सेनगुप्ता ने कहा, हम अपने संस्थान में रोगियों का इलाज एक अनोखे तरीके से करते हैं, हमारा मिशन सस्ती कीमत पर बेहतरीन सुविधा के साथ इन मरीजों का देखभाल करना है। यहां सभी समस्या के हल और उपचार पैथोलॉजी और प्रयोगशाला रिपोर्टिंग पर आधारित होते हैं, जो बहुत तार्किक अनुमान के साथ जोड़े जाते हैं।

क्योंकि प्रत्येक प्राणी के पास एक अमूल्य शरीर है, जो एक मानसिक शरीर और आध्यात्मिक शरीर के साथ एक अनंत ऊर्जा शरीर के साथ जुड़ा हुआ है। नेफ्रो केयर इंडिया में हम वैज्ञानिक रूप से रोग के इन सभी पहलुओं का विश्लेषण करते हैं और रोगी को समग्र चिकित्सा देखभाल प्रदान करते हैं। जो भी नेफ्रो केयर इंडिया में आता है, उसके लिए यह हमारी नीति यह है कि सभी डॉक्टर और देखभाल करने वाले व्यक्ति मरीजों को एक परिवार का सदस्य मानते हैं, हम पूरे दिल से वह सब कुछ करते हैं जैसा देखभाल मरीज को अपने घर में मिलता है।

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