गंगासागर : हिंदुओं की आस्था के महापर्व मकर संक्रांति पर पुण्य स्नान करने गंगा सागर पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा एंव सुरक्षा पर राज्य सरकार की तरफ से विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सागरद्वीप में सड़कों की मरम्मत का काम पूरा हो चुका है। गंगासागर मेले की तैयारियां लगभग पुरी हो चुकी हैं। कपिल मुनि मंदिर में थोड़ी बहुंत रंगाई का काम लगभग पूरा हो गया।
गंगा सागर पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों को पहुंचने में कोई प्राकर की भी असुविधा न हो, इसके लिए हर चौराहे पर एंव सड़क किनारे जगह-जगह दिशा निर्देशक सुचक लगाए गए हैं। तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए सागर परिसर में काफी संख्या में अस्थाई होगलों के घरों का निर्माण किया गया है। कोलकाता से गंगासागर तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त बसें और नदी रास्ते जाने के लिए लांच की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा सियालदह से लोकल ट्रेन की भी व्यवस्था है। मेले के दौरान विशेष ट्रेनें भी चलाई जाएंगी।
गंगा सागर मेले को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कोलकाता के बाबूघाट से लेकर दक्षिण 24 परगना जिले के गंगासागर मेले तक कुल 1,100 क्लोज सर्किट टीवी कैमरे (CCTV) लगाए गए हैं, जिनका लाइव फीड सीधे गंगासागर में बनाए गए अस्थायी कंट्रोल रूम में पहुंचेगा। इसके अलावा मेले में भीड़ पर और सागर में आने वाले लांच समते लोगों की भीड़ पर नजर रखे के लिए 30 ड्रोन को भी काम में लगाया जाएगा। जो हर पल काम में मुस्तेद रहेगी।
सागर मेला शुरु होने के पहले से ही श्रद्धालु भारत और विदेशों से गंगासागर पहुंचने लगे है। जैसे-जैसे मकर संक्रांति का दिन नजदीक आ रहा है, लोगों की भीड़ बढ़ती गंगा सागर परिसर में बड़ती जा रही है। पिछले दो सालों की तुलना में इस साल कोरोना का कोई खास प्रभाव नहीं है और ना ही कुंभ मेला है जिस वजह से इस साल गंगासागर मेले में लाखों की तादाद में तीर्थयात्रियों के पहुंचने की संभावाना है।