कोलकाता : दक्षिणी कोलकाता ईकाई की महिला काव्य मंच का ऑनलाइन मासिक काव्य गोष्ठी गुरुवार को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। दीप प्रज्वलन अन्तर्राष्ट्रीय महिला काव्य मंच, पश्चिम बंगाल ईकाई की अध्यक्षा आरती सिंह ने किया।
सविता भुवानिया ने सबका स्वागत किया। नीतू दाधीच ने सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम का आगाज़ किया। महिला काव्य मंच, पश्चिम बंगाल इकाई की अध्यक्षा आरती सिंह ने सभी सदस्याओं के योगदान को सराहा। रीता चंद पात्र के संचालन में कार्यक्रम धीरे-धीरे अपनी मंजिल की तरफ बढ़या।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अलका सोनी थी। शालू यादव पहली बार मंच से जुड़ी। इस बार विषय था “मां” रुलाती है दुनिया….हँसाती है मां। …खुशियों की तिजोरी की चाभी है मां।
सभी कवित्रियो ने ‘माँ’ पर अपनी अपनी भावनाएं व्यक्त की। माँ के गुणों और माँ की ममता का बयान किया। पर क्या इतना आसान होता है मां के लिए कुछ भी लिखना या बोलना ? शायद नहीं। ‘माँ’ एक शब्द में पूरी जहान होती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सीमा गुप्ता ने किया। उन्होंने सबकी रचनाओं पर सकारात्मक टिप्पणी की। धन्यवाद ज्ञापन शशि लाहोटी ने किया। कार्यक्रम में भाग लेने वाली कवयित्रियां थीं: आरती सिंह, अलका सोनी, शालू यादव, नीतू दाधीच, सुषमा पांडे, प्रसन्न चोपड़ा, चंदा प्रह्लादका, सविता भुवानिया, डाक्टर उषा पांडे, सीमा गुप्ता, शशि लाहोटी, नीलम जैन, दर्शना शर्मा, रीता चंद पात्र और शोभा देवी।