कोलकाता : अपनों की तलाश में पिछले सात दिनों से हावड़ा स्टेशन के प्रवेश द्वार पर लावारिश हालत में बैठीं बिहार के मिथिला क्षेत्र के नरकटियागंज की रहने वाली एक 75 वर्षीय असहाय व दृष्टिहीन वृद्धा की आखिरकार मिथिला विकास परिषद, कोलकाता ने सुध ली है।
वृद्धा महिला के बारे में एक अंजान व्यक्ति बैजनाथ पाठक से जानकारी मिलते ही परिषद के अध्यक्ष अशोक झा अपने तीन सहयोगियों के साथ दोपहर में हावड़ा स्टेशन पहुंचे और मदद का हाथ बढ़ाया। उन्होंने तुरंत असहाय महिला के लिए रहने से लेकर जलपान व भोजन की व्यवस्था के साथ उन्हें बिस्कुट, फल, पानी व अन्य जरूरी सामग्री प्रदान की।
गौरतलब है कि देश के व्यस्ततम स्टेशनों में शामिल हावड़ा स्टेशन पर हर दिन हजारों लोगो का आना- जाना होता है, परंतु इससे पहले किसी ने भी दृष्टिहीन वृद्धा की सुध नहीं ली।
बातचीत करने पर वृद्धा ने अपना नाम उर्मिला और मिथिला के नरकटियागंज के पास बेलाही गांव की रहने वाली बताया। स्वजनों के संबंध में पूछने पर रोते हुए वह सिर्फ इतना ही कह रही थी की उसका बेटा या बेटी कोई नहीं है। वह सिर्फ इतना ही गुहार लगा रही थी कि उसे उसके गांव बेलाही भेज दें।
इसके बाद अशोक झा ने GRP, हावडा के प्रभारी से भेंट कर वृद्धा को उसके ठिकाने पर पहुंचाने की व्यवस्था की मांग करते हुए तुरंत ज्ञापन सौंपा। जीआरपी ने वृद्धा के लिए उचित व्यवस्था किये जाने का अश्वासन दिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी वृद्धा की मदद के लिए अशोक झा ने ट्विटर के जरिए गुहार लगाई।