कोलकाता : कोलकाता से शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। एक 22 साल के ऑटिस्टिक युवक को सिर्फ इसलिए पीटा गया है क्योंकि उसने नाचने से मना किया था। घटना बालीगंज थाना इलाके की है। मामले में युवक के परिजनों ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की है।
युवक के साथ बर्बरता हुई है उनकी पहचान 22 साल के अमित्रजीत विश्वास के रूप में हुई है। जो 70 प्रतिशत ऑटिस्टिक हैं। युवक चेतला सेंट्रल रोड में अपने मां-बाप के साथ रहता है। सुबह-शाम वॉकिंग करता है। रोज की तरह रविवार को भी वह रासबिहारी रिक्शा स्टैंड के पास वॉकिंग कर रहा था कि तभी वहां 18 से 20 साल की उम्र के चार युवक आए और उन्हें युवक को घेरकर नाचने के लिए कहा। जिसपर अमित्रजीत ने कहा कि वह नाच नहीं सकता। जिसके बाद चारों युवकों ने उसे घेर लिया और मारने-पीटने लगे।
आरोप है कि युवक के शरीर के कई हिस्सों में चोट के निशान हैं। मौके से अमित्रजीत बचकर अपने घर पहुंचा। जिसके बाद मां-बाप ने बालीगंज पुलिस थाने में जाकर लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
इस मामले में ऑटिज्म सोसायटी वेस्ट बंगाल की संस्थापक और एक्टिविस्ट इंद्रानी बसु ने बताया कि ऑटिज्म एक तरह की अदृश्य बीमारी है जिसमें पीड़ित व्यक्ति का मानसिक विकास उम्र के मुताबिक नहीं होता। इसलिए इसे दिव्यांगता की श्रेणी में रखा गया है।
इंद्रानी बसु ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में तत्काल शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की है जो सराहनीय है। उन्होंने कहा कि मानव समाज को सृष्टि का सरताज कहा जाता है क्योंकि हम अपने साथ-साथ हर किसी का पालन और देखभाल कर सकते हैं। अगर कोई ऑटिज्म का शिकार होता है तो जहां उसे चारों तरफ से स्नेह मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमित्रजीत के साथ बर्बरता करने वालों के साथ कानून के मुताबिक कड़ी कार्रवाई होगी।