एमएसएमई-डीएफओ, कोलकाता की ओर से एमएसएमई छेत्र के लिए इंडियन पैकेजिंग इंस्टीट्यूट में वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम

Business Kolkata

कोलकाता : केंद्र सरकार के एमएसएमई मंत्रालय के अंतर्गत कोलकाता में एमएसएमई-डेवलपमेंट एंड फैसिलिटेशन ऑफिस में एमएसएमई क्षेत्र के लिए दो दिवसीय वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम का इंडियन पैकेजिंग इंस्टीट्यूट में उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विपणन, व्यापार विकास के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करना।

इससे जुड़ी जानकारी की कमी, संसाधनों की कमी और कोविड-19 के बाद बिक्री/विपणन के असंगठित तरीकों के कारण एमएसएमई क्षेत्र को नए बाजारों की खोज करने और मौजूदा बाजार को बनाए रखने से जुड़ी सुविधा प्रदान करना है। इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए एमएसएमई क्षेत्र में उत्पादों और सेवाओं की विपणन क्षमता बढ़ाने के लिए एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार ने खरीद और विपणन सहायता योजना शुरू की है। यह वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम (वीडीपी), एमएसई के लिए सार्वजनिक खरीद नीति – 2012 (2018 में संशोधित) के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए यह योजना का एक घटक है।

केंद्र सरकार के एमएसएमई मंत्रालय द्वारा आयोजित विक्रेता विकास कार्यक्रम एमएसएमई हितधारकों और सरकार को एक मंच पर लाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए कोलकाता के एमएसएमई- विकास एवं सुविधा कार्यालय में आगामी 5 और 6 दिसंबर, 2023 को दो दिवसीय वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया है।

दो दिवसीय इस कार्यक्रम का उद्घाटन डी मित्रा (आईईडीएस, संयुक्त निदेशक एवं एचओओ, एमएसएमई-डीएफओ, कोलकाता), बिधान दास (उप निदेशक, भारतीय पैकेजिंग संस्थान), कंचन चौहान (संचालन प्रबंधक, बीएनआई कोलकाता और सीबीडीए नॉर्थ), विजय अग्रवाल (सचिव, एलयूबी, डब्ल्यूबी), माणिक मजूमदार (मुख्य महाप्रबंधक,एमएम, ओएनजीसी) के साथ डब्ल्यू राजकुमार (अध्यक्ष, एपीआईडी एंड एफसी लिमिटेड, अरूणांचल प्रदेश सरकार) ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर समाज की कई अन्य प्रतिष्ठित हस्तियां भी शामिल थे।

इस अवसर पर डी मित्रा (आईईडीएस, संयुक्त निदेशक और एचओओ, एमएसएमई-डीएफओ, कोलकाता) ने पश्चिम बंगाल राज्य के लिए एमएसएमई के विशेष लाभों के लिए इस कार्यक्रम के आयोजन पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की। उद्घाटन दिवस पर लगभग 150 एमएसएमई से जुड़े लोगों ने भाग लिया।

अपने विचार साझा करते हुए उन्होंने कहा, भारत सरकार ने सार्वजनिक खरीद अधिनियम’2012 के तहत एमएसई से खरीद बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं। यह व्यवसाय के साथ-साथ एक-दूसरे के साथ बातचीत करने का एक सामान्य मंच है। ऐसे कार्यक्रम सार्वजनिक क्षेत्र सहित कई खरीद संगठनों द्वारा उपयुक्त उद्यमियों का पता लगाने में बहुत उपयोगी साबित हुए हैं। यह कार्यक्रम पश्चिम बंगाल के एमएसएमई को मदद करेगा।

इस कार्यक्रम में जीआरएसई, हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल), भारत हेवी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीएचईएल), ओएनजीसी, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, हल्दिया, बामर लॉरी, एमएसटीसी, ईस्टर्न रेलवे, कोल इंडिया लिमिटेड, दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (डीवीसी) आदि जैसे बड़े खरीदार इसमें शामिल हुए।

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