कोलकाता: बागुईआटी दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी सत्येंद्र चौधरी को पुलिस ने आखिरकर हावड़ा से गिरफ्तार कर ही लिया। लेकिन, अधिकारिक सूत्रों की माने तो अगर थोड़ा देर हो जाता तो शायद सत्येंद्र चौधरी को पुलिस दबोच नहीं पाती। अधिकारिक सूत्रों ने उक्त जानकारी में बताया कि बागुईआटी दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी सत्येंद्र चौधरी ने पुलिस को चकमा देने की कोशिश की थी। उसने ट्रेन का टिकट खरीदकर दूसरे राज्य जाने की अपनी योजना लगभग पूरी कर ली थी। लेकिन, आखिरी समय में बिजली गुल हो गई और उसकी सारी योजनाएं धरी रह गई।
लेकिन, इस दौरान बिजली आने का इंतजार कर रहे सत्येंद्र को पकड़ने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। सत्येंद्र को शुक्रवार की सुबह हावड़ा थाना इलाका के गैर सरकारी टिकट काउंटर के परिसर से गिरफ्तार किया गया। सत्येन्द्र की ट्रेन द्वारा मुंबई भागने की योजना थी। वह टिकट ले रहा था कि भाग्य ने उसका साथ नहीं दिया और फिर बिजली चली गई और पुलिस को समय मिल गया। सफेद पोशाक में आई पुलिस ने उसे घेर लिया और फिर उसे कब्जे में लेकर रस्सी से बांध दिया।
विधाननगर पुलिस पिछले कुछ दिनों से सत्येंद्र और उसके रिश्तेदारों के फोन ‘ट्रैक’ कर रही थी। उसी से पुलिस को पता चला कि सत्येंद्र भागने की कोशिश कर रहा है। हत्याओं को आरोपी अपने एक रिश्तेदार से पैसे की मांग की। इस दिन, सुबह में उसके एक रिश्तेदार के खाते से सत्येंद्र को ऑनलाइन पैसे भेजे गए। पुलिस को उस लेन-देन के स्रोत के आधार पर सत्येंद्र की ‘लोकेशन’ का पता चला। सत्येन्द्र के बारे में पुलिस ने बताया कि वह कई बार अपना सिम कार्ड बदल चुका था।
इधर, शुक्रवार को मुख्य आरोपित सत्येंद्र चौधरी को अदालत ने 14 दिनों की सीआईडी हिरासत मं भेजने का आदेश दिया। इस दिन, हावड़ा स्टोशन से गिरफ्तार करने के बाद सत्येंद्र को बारासात अदालत में पेश किया गया। सीआईडी ने अदालत में अर्जी देकर सत्येंद्र की 14 दिन की कस्टडी मांगी थी।
दूसरी ओर, सत्येंद्र ने अपनी ओर से एक सरकारी वकील के लिए अदालत में आवेदन किया जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद, आरोपित की तरफ से जमानत की अर्जी दाखिल की गई। सरकारी वकील ने तर्क दिया कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि सत्येंद्र ने हत्या की थी। उन्होंने हत्याकांड का कोई चश्मदीद नहीं होने की दलील देकर आरोपित को जमानत दिये जाने का अनुरोध किया।
सीआईडी के वकील ने कहा कि बागुईआटी के उन दो छात्रों की हत्या क्यों की गई, किस हथियार का इस्तेमाल किया गया? यह सब जानने के लिए सत्येंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने सत्येंद्र अगले 14 दिनों तक सीआईडी हिरासत में भेजने का निर्देश दिया।