कोलकाता : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला अंतर्गत सागरदिघी विधानसभा सीट पर सोमवार को उपचुनाव कमोबेश शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया है। शाम 5:00 बजे तक 73.49 फ़ीसदी वोटिंग हुई है। पुरे दिन जगह-जगह विरोध प्रदर्शन, पुलिस के घेराव, केंद्रीय बलों पर आरोप-प्रत्यारोप और पुलिस पर पक्षपात के आरोप लगते रहे थे। सुबह के समय सबसे पहले बूथ नंबर 53 पर मॉक पोलिंग के दौरान सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी दलों के पोलिंग एजेंटों के बीच बहस हुई जिसमें पीठासीन अधिकारी निष्क्रिय बैठे रहे।
इसके बाद चुनाव आयोग ने उक्त अधिकारी को हटा दिया। EVM भी बदली गई। शाम के समय महिला परिचालित 73 नंबर मतदान केंद्र पर तृणमूल कांग्रेस समर्थित महिलाओं के जमावड़े के आरोप लगे जिसके बाद केंद्रीय बलों ने लाठीचार्ज किया। तृणमूल उम्मीदवार देवाशीष बनर्जी ने आरोप लगाया कि बिना उकसावे के केंद्रीय बलों ने लाठीचार्ज किया है जिसमें एक तृणमूल कार्यकर्ता को चोट लगी है। यह भी आरोप है कि तृणमूल कार्यकर्ताओं के घरों में घुसकर केंद्रीय बलों के जवानों ने लाठीचार्ज किया।
माकपा कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार वायरन विश्वास ने आरोप लगाया कि मतदान केंद्र संख्या 62 पर तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने छपा वोटिंग की है और पीठासीन अधिकारी ने इसमें मदद की है। 210 नंबर मतदान केंद्र पर भी विरोध प्रदर्शन और हंगामा हुआ। यह आरोप लगे कि केंद्रीय बलों ने महिलाओं को धमकी दी है।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया है कि आयोग के पास कुल 178 शिकायतें सारा दिन दर्ज हुईं। इनमें से एक भी शिकायत सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की ओर से दाखिल नहीं कराई गई है। अधिकतर शिकायतें माकपा कांग्रेस गठबंधन और भाजपा ने आयोग के पास की है। इन तमाम शिकायतों में से 147 का निपटान किया गया जबकि 31 लंबित है। आयोग सूत्रों ने बताया है कि शाम 5:00 बजे तक वोटिंग का आंकड़ा सामने आया है। शाम 6:30 बजे तक वोटिंग हुई है इसलिए अपडेटेड आंकड़ा कल मंगलवार शाम तक आएगा।
246 मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी गई थी। एक मतदान केंद्र महिला संचालित था। 22 क्विक रिस्पांस टीम थी। प्रत्येक मतदान केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे और उनपर सीधे तौर पर निगरानी की जा रही है। मतदान केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लगी हुए थी। कुल मतदाताओं की संख्या दो लाख 43 हजार 825 है। इनमें से एक लाख 24 हजार 533 पुरुष और एक लाख 21 हजार 287 महिला हैं। 30 कंपनी केंद्रीय बलों की तैनाती हुई थी। मतदान केंद्र को 22 सेक्टर में विभाजित कर सुरक्षा सुनिश्चित की गई थी। मतदान केंद्र के पास त्रिस्तरीय सुरक्षा थी। केंद्रीय बलों के साथ दो लाठी धारी पुलिसकर्मियों को भी तैनाती थी।
उल्लेखनीय है कि 2021 में तृणमूल के टिकट पर जीत दर्ज करने वाले सुब्रत साहा के निधन के बाद यहां उपचुनाव होना था।तृणमूल कांग्रेस की ओर से देवाशीष बनर्जी उम्मीदवार हैं जबकि भाजपा ने दिलीप साहा को टिकट किया था। माकपा कांग्रेस ने संयुक्त तौर पर वायरन विश्वास को उम्मीदवार बनाया है। इन सभी की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। दो मार्च को मतगणना होगी।