कोलकाता: कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के चुनाव में हिंसा व धांधली का आरोप लगाते हुए सोमवार को विरोधी राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता सड़क पर उतरे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुरलीधर सेन लेन स्थित अपने पार्टी कार्यालय के पास विरोध-प्रदर्शन प्रदर्शन करते हुए जुलूस निकाला। जुलूस निकालने के साथ ही पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स तोडऩे की कोशिश की। जिसे लेकर पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस ने कई बीजेपी समर्थकों को गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी गई थी।
पुलिस ने सुबह से ही बीजेपी कार्यालय के बाहर बैरिकेड लगा दिए थे। पुलिस ने बताया कि बीजेपी के पास रैली निकालने की अनुमति नहीं थी। प्रदर्शनकारियों ने जैसे ही रैली शुरू की, उन्हें पार्टी कार्यालय के बाहर ही रोक दिया गया। इसे लेकर पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प शुरू हो गई। पुलिस ने पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजुमदार ने कहा कि केएमसी चुनाव में हमने जो देखा, वह सिर्फ एक नमूना था। तब से अब तक और भी बहुत कुछ हुआ है। इस राज्य में लोकतंत्र नहीं है। जुलूस को रोका गया, इससे फांसीवादी शासक का रवैया साबित हो रहा है। इस राज्य में लोकतंत्र की स्थापना के लिए जो भी करना होगा, हम करेंगे। यह लोकतांत्रिक तरीके से हो सकता है। हम चुप नहीं रहेंगे।
इसी मामले को लेकर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने बताया कि भाजपा जब भी कोई रैली निकालना चाहती है, कोविड का हवाला देकर उन्हें अनुमति देने से इंकार कर दिया जाता है।