कोलकाता, समीर दास: मान्यता है, सभी तीर्थों बार-बार, गंगा सागर एक बार। हर साल की तरह इस साल भी पूरे भारतवर्ष से गंगासागर में तीर्थयात्री पहुंचे है। पवित्र स्नान के दो दिन पहले गंगासागर मेला प्रशासन और जिला प्रशासन ने अरनी सभी तैयारियां पुरी कर ली है।
मेले के पहले दिन ही दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी सुमित गुप्ता और कपिलमुनि आश्रम के प्रधान पुजारी महंत ज्ञान दास ने गंगा आरती के साथ समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला आयुक्त, सुंदरबन विकास मंत्री बंकिम हाजरा, सोनारपुर दक्षिण के विधायक लवली मैत्रा और अन्य कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
हरिद्वार,प्रायाग और बनारस जैसी भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाते इस साल गंगासागर मेला ने उसी प्ररमपरा को बरकरार रखा है। इस दौरान कपिलमुनि मंदिर से रंगारंग शोभायात्रा समुद्र तट तक पहुंचा। जहां सागर आरती का आयोजन किया गया। आज के इस सागर आरती को देखने के सागर तट पर लाखों तीर्थयात्रिय़ों मौजुद थे।
दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी ने बताया कि यह सागर आरती अगले दो दिनों तक निश्चित तय समय पर होगी। इस बार पहली बार गंगासागर में विशेष आकर्षण पश्चिम बंगाल के प्रमुख शक्तिपीठ के तर्ज पर उन्ही के प्रतिरुप बनाया गया है। दो साल कोराना के चलते गंगासागर में लोगों की भीड़ नही थी। पर इस साल देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या देखने लायक है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मानना है कि जिस तरह से गांगासागर में देश-विदेश से लाखों की संख्य़ा में तीर्थयात्री गंगासागर पहुंच रहे हे उससे इस तीर्थस्थली को अंतरराष्ट्रीय मेला घोषीत किया जाए।