कोलकाता : चीनी सेना के साथ पिछले दिनों अरुणाचल प्रदेश में झड़प की घटना के बाद से ही दोनों देशों में तनाव के बीच सेना के पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने शुक्रवार एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पूर्वी सीमा पर फिलहाल स्थिति सामान्य व नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि भारत लगातार सीमा पार होने वाली हर गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए हुए है और हम भविष्य में भी किसी भी तरह की उभरती हर चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं।
कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित मीट द प्रेस कार्यक्रम में आरपी कलिता ने कहा कि पूरी समस्या इस बात से तैयार होती है कि भारत और चीन के बीच की सीमा अपरिभाषित है। एलसी के बारे में दोनों देशों की अलग-अलग धारणाएं हैं, जिससे भिड़ंत की स्थिती तैयार करती है। उन्होंने कहा कि हालांकि सिक्किम व अरुणाचल प्रदेश से लगती चीन की सीमा पर स्थित अभी सामान्य हैं, पर सीमाओं के परिसीमन की अनुपस्थित के कारण भविष्य के लिए कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा सकता है।
आगे उन्होंने ने कहा कि पूर्वी कमान की सेना पूर्वी सीमाओं पर क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है और इस कार्य को हमारी इकाइयों और संरचनाओं द्वारा अत्यंत पेशेवर और समर्पण के साथ निष्पादित किया गया है। हम लगातार विकसित हो रहे हैं और हर गतिविधि पर हमारी पैनी नजर है।
पूर्वी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ कलिता ने आगे बताया कि पीछले साल रूस – यूक्रेन युद्ध से सुरक्षा और आर्थिक गिरावट के रूप में भू-राजनीतिक गतिशीलता में गहरा बदलाव देखा गया। धीरे-धीरे भारत-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति केंद्र का स्थानांतरण हुआ, जिसने हमारे पड़ोस में अचानक महत्वपूर्ण विकास देखा है। उन्होंने कहा कि भारत- चीन सीमा पर कोई कांटेदार तार नहीं है, जिस वजह से समस्या बनी हुई है और अप्रत्याशित घटनाएं घटती रही हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि हाल में जो हुआ उससे हम सतर्क हैं और सभी चुनौतियों के लिए तैयार हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि चीन से लगती सीमाओं की निगरानी मजबूत करने के लिए सीमावर्ती गांवों के विकास पर भी हम जोर दे रहे हैं। विशेष रूप से सड़कों और सहायक सेवाओं में सुधार कर रहे हैं। सीमावर्ती गांवों के विकास और उनके आधुनिकीकरण पर लगभग 22 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
पश्चिम बंगाल में चिकन नेक के नाम से मशहूर सिलीगुड़ी कारिडोर को लेकर भी उन्होंने कहा कि सुरक्षा एंव रणनीतिक दृष्टि से यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जहां से कई देशों की सीमाएं लगती है। हम इस इलाके में पैनी नजर रख रहे हैं। आप को बता दें कि अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम सेक्टर में एलएसी की सुरक्षा का दायित्व पूर्वी कमान पर ही है।
विपक्षी दलों की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे जाने के सवाल पर पूर्वी कमान के प्रमुख ने कहा कि ये एक राजनीतिक प्रश्न है। इसलिए मैं उस पर किसी भी प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। मुझे लगता है कि राष्ट्र भारतीय सशस्त्र बलों पर भरोसा करता है।